28 जब दाविद के बड़े भाई एलीआब+ ने उसे वहाँ खड़े आदमियों से बात करते देखा तो वह दाविद पर भड़क उठा और कहने लगा, “तू यहाँ क्यों आया है? तू उन थोड़ी-सी भेड़ों को वीराने में किसके पास छोड़ आया?+ तू सबकुछ छोड़-छाड़कर युद्ध का नज़ारा देखने चला आया? इतनी गुस्ताखी! मैं जानता हूँ, तेरा दिल साफ नहीं है।”