20 कहाँ रहा इस ज़माने* का बुद्धिमान? कहाँ रहा शास्त्री?* कहाँ रहा बहस करनेवाला? क्या परमेश्वर ने साबित नहीं कर दिया कि इस दुनिया की बुद्धि मूर्खता है?
17 लेकिन जो बुद्धि स्वर्ग से मिलती है वह सबसे पहले तो पवित्र,+ फिर शांति कायम करनेवाली,+ लिहाज़ करनेवाली,+ आज्ञा मानने के लिए तैयार, दया और अच्छे कामों से भरपूर होती है।+ यह भेदभाव नहीं करती+ और न ही कपटी होती है।+