11 यीशु ने उनसे कहा, “परमेश्वर के राज के पवित्र रहस्य+ की समझ तुम्हें दी गयी है, मगर बाहरवालों के लिए ये सिर्फ मिसालें हैं+12 ताकि वे देखते हुए भी न देख सकें और सुनकर भी इसके मायने न समझ सकें। वे कभी पलटकर नहीं आएँगे और माफी नहीं पाएँगे।”+
5 इसलिए अगर तुममें से किसी को बुद्धि की कमी हो तो वह परमेश्वर से माँगता रहे+ और वह उसे दी जाएगी,+ क्योंकि परमेश्वर सबको उदारता से और बिना डाँटे-फटकारे* देता है।+