16 तूने अपने कुछ कपड़े लिए और उनसे रंग-बिरंगी ऊँची जगह बनायीं जहाँ तू वेश्या के काम करती थी।+ तूने ऐसे नीच काम किए हैं जो कभी होने ही नहीं चाहिए थे और आगे भी कभी नहीं दोहराए जाने चाहिए।
17 फिर बैबिलोन के आदमी उस पर प्यार लुटाने उसके बिस्तर पर आते रहे और उन्होंने अपनी हवस पूरी करके* उसे दूषित कर दिया। जब वह उन आदमियों से दूषित हो गयी तो वह उनसे घिन करने लगी और उनसे मुँह फेर लिया।