15 लेकिन अगर तुम अपने परमेश्वर यहोवा की सभी आज्ञाओं और विधियों को सख्ती से नहीं मानोगे जो आज मैं तुम्हें सुना रहा हूँ और इस तरह उसकी बात नहीं सुनोगे, तो ये सारे शाप तुम पर आ पड़ेंगे:+
29 तुम भरी दोपहरी में भी रास्ता टटोलते रह जाओगे जैसे कोई अंधा अपनी अँधेरी दुनिया में टटोलता फिरता है।+ तुम किसी भी काम में कामयाब नहीं होगे। तुम कदम-कदम पर ठगे और लूटे जाओगे और तुम्हें बचानेवाला कोई न होगा।+