अय्यूब 14:1, 2 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल) 14 इंसान जो औरत से पैदा होता है,उसकी ज़िंदगी बस चार दिन की होती है+ और वह भी दुखों से भरी।+ 2 वह फूल की तरह खिलकर मुरझा* जाता है,+छाया के समान तुरंत गायब हो जाता है।+ भजन 90:5, 6 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल) 5 तू एक ही झटके में उनका सफाया कर देता है,+उनकी ज़िंदगी नींद के चंद लमहों की तरह बन जाती है,वे भोर को उगनेवाली हरी घास जैसे होते हैं।+ 6 सुबह वह लहलहाती और बढ़ती है,पर शाम होते-होते मुरझाकर सूख जाती है।+
14 इंसान जो औरत से पैदा होता है,उसकी ज़िंदगी बस चार दिन की होती है+ और वह भी दुखों से भरी।+ 2 वह फूल की तरह खिलकर मुरझा* जाता है,+छाया के समान तुरंत गायब हो जाता है।+
5 तू एक ही झटके में उनका सफाया कर देता है,+उनकी ज़िंदगी नींद के चंद लमहों की तरह बन जाती है,वे भोर को उगनेवाली हरी घास जैसे होते हैं।+ 6 सुबह वह लहलहाती और बढ़ती है,पर शाम होते-होते मुरझाकर सूख जाती है।+