4 फिर भी फिरौन तुम्हारी बात नहीं मानेगा, इसलिए मैं अपना हाथ मिस्र पर उठाऊँगा और उसे कड़ी-से-कड़ी सज़ा दूँगा और अपनी बड़ी भीड़* को, अपने लोगों, इसराएलियों को मिस्र से बाहर निकाल लाऊँगा।+
4 और मैं फिरौन के दिल को कठोर होने दूँगा।+ और जब वह इसराएलियों का पीछा करते हुए आएगा तो मैं उसे और उसकी सारी सेना को बुरी तरह हरा दूँगा ताकि मेरी महिमा हो।+ और मिस्री लोग हर हाल में जान जाएँगे कि मैं यहोवा हूँ।”+ इसराएलियों ने ठीक वैसा ही किया जैसा उन्हें बताया गया था।
16 तुम मेरी प्रजा इसराएल पर ऐसे धावा बोलोगे जैसे घने बादल एक देश को ढक लेते हैं। हे गोग, मैं आखिरी दिनों में तुझे अपने देश के खिलाफ लाऊँगा+ ताकि तेरी वजह से जब मैं राष्ट्रों के सामने खुद को पवित्र ठहराऊँ तो वे जान लें कि मैं कौन हूँ।”’+
11 सेनाओं का परमेश्वर यहोवा कहता है, “पूरब से पश्चिम तक सब राष्ट्रों में मेरा नाम महान होगा।+ जगह-जगह बलिदान चढ़ाए जाएँगे कि उनसे धुआँ उठे और मेरे नाम से शुद्ध भेंट अर्पित की जाएगी क्योंकि सब राष्ट्रों में मेरा नाम महान होगा।”+