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  • व्यवस्थाविवरण 12:29-31
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 29 जब तुम्हारा परमेश्‍वर यहोवा उन जातियों को नाश कर देगा जिन्हें तुम वहाँ से निकाल दोगे+ और तुम उनके देश में बस जाओगे, 30 तो सावधान रहना कि उनके मिटने के बाद तुम वहाँ किसी फंदे में न फँस जाओ। तुम उनके देवताओं के बारे में जानने के लिए यह मत कहना, ‘ये जातियाँ अपने देवताओं की पूजा कैसे करती थीं? ज़रा मैं भी उनके तौर-तरीके अपनाकर देखूँ।’+ 31 तुम अपने परमेश्‍वर यहोवा की उपासना उनके तरीके से मत करना, क्योंकि वे अपने देवताओं के लिए हर वह घिनौना काम करते हैं जिससे यहोवा नफरत करता है। यहाँ तक कि वे अपने बेटे-बेटियों को अपने देवताओं के लिए आग में होम कर देते हैं।+

  • 2 इतिहास 28:1
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 28 आहाज+ जब राजा बना तब वह 20 साल का था और उसने यरूशलेम में रहकर 16 साल राज किया। उसने ऐसे काम नहीं किए जो यहोवा की नज़र में सही थे, जैसे उसके पुरखे दाविद ने किए थे।+

  • 2 इतिहास 28:3
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 3 और उसने ‘हिन्‍नोम के वंशजों की घाटी’* में बलिदान चढ़ाए ताकि उनका धुआँ उठे और आग में अपने बेटों को होम कर दिया।+ इस तरह उसने उन राष्ट्रों के जैसे घिनौने काम किए,+ जिन्हें यहोवा ने इसराएलियों के सामने से खदेड़ दिया था।

  • भजन 106:34-36
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 34 उन्होंने दूसरी जातियों को नहीं मिटाया,+

      जबकि यहोवा ने उन्हें आज्ञा दी थी।+

      35 इसके बजाय, वे उन जातियों से घुल-मिल गए+

      और उनके तौर-तरीके अपना लिए।*+

      36 वे उनकी मूरतों की सेवा करते रहे+

      और ये उनके लिए फंदा बन गयीं।+

हिंदी साहित्य (1972-2025)
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