17 और सच्चे परमेश्वर ने इन चारों नौजवानों* को ज्ञान, बुद्धि और हर तरह के साहित्य के बारे में अंदरूनी समझ दी। उसने दानियेल को हर तरह के दर्शन और सपनों के बारे में समझ दी।+
20 राजा जब भी उनसे ऐसे मामले पर बात करता जिसके लिए बुद्धि और समझ की ज़रूरत होती तो वह पाता कि वे उसके पूरे राज्य के जादू-टोना करनेवाले सभी पुजारियों और तांत्रिकों+ से दस गुना बेहतर हैं।
12 दानियेल, जिसका नाम राजा ने बेलतशस्सर रखा था,+ बहुत काबिल था, उसमें ज्ञान और अंदरूनी समझ थी, इसलिए वह सपनों का मतलब बता सकता था, पहेलियाँ बुझा सकता था और कोई भी गुत्थी सुलझा सकता था।+ इसलिए दानियेल को बुला, वह तुझे इस लिखावट का मतलब बताएगा।”