32 तब यीशु रुक गया और उसने उन्हें बुलाकर कहा, “तुम क्या चाहते हो, मैं तुम्हारे लिए क्या करूँ?” 33 उन्होंने कहा, “प्रभु, हमारी आँखें ठीक हो जाएँ।” 34 यह देखकर यीशु तड़प उठा+ और उसने उनकी आँखों को छुआ।+ उसी वक्त उनकी आँखों की रौशनी लौट आयी और वे उसके पीछे हो लिए।