32 तब यीशु ने अपने चेलों को बुलाया और कहा, “मुझे इस भीड़ पर तरस आ रहा है+ क्योंकि इन्हें मेरे साथ रहते हुए तीन दिन बीत चुके हैं और इनके पास खाने को कुछ भी नहीं है। मैं इन्हें भूखा* नहीं भेजना चाहता, कहीं वे रास्ते में ही पस्त न हो जाएँ।”+
15 क्योंकि हमारा महायाजक ऐसा नहीं जो हमारी कमज़ोरियों में हमसे हमदर्दी न रख सके।+ मगर वह ऐसा है जो हमारी तरह सब बातों में परखा गया, फिर भी वह निष्पाप निकला।+