13 इसलिए जाओ और इस बात का मतलब सीखो, ‘मैं बलिदान नहीं चाहता बल्कि यह चाहता हूँ कि तुम दूसरों पर दया करो।’+ क्योंकि मैं धर्मियों को नहीं, पापियों को बुलाने आया हूँ।”
23 अरे कपटी शास्त्रियो और फरीसियो, धिक्कार है तुम पर! क्योंकि तुम पुदीने, सोए और जीरे का दसवाँ हिस्सा तो देते हो,+ मगर कानून की बड़ी-बड़ी* बातों को यानी न्याय,+ दया+ और वफादारी* को कोई अहमियत नहीं देते। ज़रूरी था कि ये चीज़ें देने के साथ-साथ तुम दूसरी आज्ञाओं को भी तुच्छ नहीं समझते।+