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  • मरकुस 11:27-33
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 27 वे एक बार फिर यरूशलेम आए। जब वह मंदिर में टहल रहा था तो प्रधान याजक, शास्त्री और मुखिया उसके पास आए 28 और उससे कहने लगे, “तू ये सब किस अधिकार से करता है? किसने तुझे यह अधिकार दिया है?”+ 29 यीशु ने उनसे कहा, “मैं भी तुमसे एक सवाल पूछता हूँ। तुम उसका जवाब दो, तब मैं तुम्हें बताऊँगा कि मैं ये सब किस अधिकार से करता हूँ। 30 जो बपतिस्मा यूहन्‍ना ने दिया,+ वह स्वर्ग की तरफ से था या इंसानों की तरफ से?* जवाब दो।”+ 31 वे एक-दूसरे से कहने लगे, “अगर हम कहें, ‘स्वर्ग की तरफ से,’ तो वह कहेगा, ‘फिर क्यों तुमने उसका यकीन नहीं किया?’ 32 पर हम यह कहने की भी जुर्रत कैसे करें कि इंसानों की तरफ से था?” उन्हें भीड़ का डर था क्योंकि सब लोग मानते थे कि यूहन्‍ना वाकई एक भविष्यवक्‍ता था।+ 33 इसलिए उन्होंने यीशु को जवाब दिया, “हम नहीं जानते।” तब यीशु ने उनसे कहा, “तो मैं भी तुम्हें नहीं बताऊँगा कि मैं किस अधिकार से यह सब करता हूँ।”

  • लूका 20:1-8
    पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद (अध्ययन बाइबल)
    • 20 उन दिनों जब वह लोगों को मंदिर में सिखा रहा था और खुशखबरी सुना रहा था, तो एक बार प्रधान याजक और शास्त्री, मुखियाओं के साथ उसके पास आए। 2 वे उससे पूछने लगे, “बता, तू ये सब किस अधिकार से करता है? किसने तुझे यह अधिकार दिया है?”+ 3 उसने कहा, “मैं भी तुमसे एक सवाल पूछता हूँ। तुम मुझे उसका जवाब दो। 4 जो बपतिस्मा* यूहन्‍ना ने दिया, वह स्वर्ग की तरफ से था या इंसानों की तरफ से?”* 5 तब वे एक-दूसरे से कहने लगे, “अगर हम कहें, ‘स्वर्ग की तरफ से,’ तो वह कहेगा, ‘फिर क्यों तुमने उसका यकीन नहीं किया?’ 6 लेकिन अगर हम कहें, ‘इंसानों की तरफ से,’ तो सब लोग हमें पत्थरों से मार डालेंगे इसलिए कि उन्हें पूरा यकीन है कि यूहन्‍ना एक भविष्यवक्‍ता था।”+ 7 इसलिए उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते कि किसकी तरफ से था। 8 तब यीशु ने उनसे कहा, “तो मैं भी तुम्हें नहीं बताऊँगा कि मैं किस अधिकार से यह सब करता हूँ।”

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