54 वह अपने इलाके में आया जहाँ वह पला-बढ़ा था।+ वह सभा-घर में लोगों को सिखाने लगा। वे उसकी बातें सुनकर हैरान रह गए और कहने लगे, “इस आदमी को ऐसी बुद्धि कहाँ से मिली और यह ऐसे शक्तिशाली काम कैसे कर पा रहा है?+
2 जब सब्त का दिन आया, तो वह सभा-घर में सिखाने लगा। उसकी बात सुननेवाले ज़्यादातर लोग हैरान थे। उन्होंने कहा, “इस आदमी ने ये बातें कहाँ से सीखीं?+ भला यह बुद्धि इसे कहाँ से मिली और यह ऐसे शक्तिशाली काम कैसे कर पा रहा है?+
46 तीन दिन बाद उन्हें वह मंदिर में मिला, जहाँ वह शिक्षकों के बीच बैठा उनकी सुन रहा था और उनसे सवाल कर रहा था। 47 जितने लोग उसकी सुन रहे थे, वे सभी उसकी समझ और उसके जवाबों से रह-रहकर दंग हो रहे थे।+
13 जब उन्होंने देखा कि पतरस और यूहन्ना कैसे बेधड़क* होकर बोल रहे हैं और यह जाना कि ये कम पढ़े-लिखे,* मामूली आदमी+ हैं, तो वे ताज्जुब करने लगे। फिर उन्हें एहसास हुआ कि ये लोग यीशु के साथ रहा करते थे।+