यशायाह
15 मोआब के खिलाफ यह संदेश सुनाया गया:+
‘मोआब का आर’ खामोश कर दिया जाएगा,
क्योंकि एक ही रात में वह तबाह हो जाएगा।+
‘मोआब का कीर’ खामोश कर दिया जाएगा,
क्योंकि एक ही रात में वह तबाह हो जाएगा।+
3 उसकी गलियों में लोग टाट ओढ़े नज़र आएँगे,
अपने घरों की छत पर और शहर के चौक में,
वे ज़ोर-ज़ोर से रोएँगे और रोते-रोते ज़मीन पर गिर पड़ेंगे।+
मोआब के सैनिक चिल्लाते रहेंगे,
मोआब थर-थर काँप उठेगा।
5 मेरा दिल मोआब के लिए रो पड़ेगा।
उसके भगोड़े दूर सोआर+ और एगलत-शलिशीयाह+ तक भाग जाएँगे।
वे लूहीत की चढ़ाई पर चढ़ते हुए आँसू बहाएँगे,
होरोनैम जाते हुए इस तबाही पर रोएँगे।+
6 क्योंकि निमरीम का सारा पानी सूख जाएगा,
हरी-हरी घास झुलस जाएगी,
सारी हरियाली खत्म हो जाएगी, कुछ नहीं बचेगा।
8 मोआब का चप्पा-चप्पा रोने के शोर से गूँज उठेगा,+
यह हाहाकार एगलैम तक सुनायी देगा,
बेर-एलीम तक रोने-बिलखने की आवाज़ आएगी।
9 दीमोन की नदियाँ खून से लाल हो जाएँगी।
मैं दीमोन पर एक और मुसीबत लाऊँगा:
मोआब के जो लोग ज़िंदा बच निकलेंगे
और जो देश में रह जाएँगे, उनके यहाँ एक शेर भेजूँगा।+