प्रायश्चित का दिन
इसराएलियों का सबसे खास और पवित्र दिन। इसे योम किप्पुर भी कहा जाता था जो एतानीम के 10वें दिन मनाया जाता था। (यह इब्रानी शब्दों योहम हाक्किपुरीम से निकला है, जिनका मतलब है “ढाँपने का दिन।”) साल में सिर्फ यही एक दिन था जब महायाजक पवित्र डेरे के परम-पवित्र भाग में जाता था। वहाँ वह अपने पापों, बाकी लेवियों के पापों और लोगों के पापों के लिए बलिदान का खून अर्पित करता था। इस दिन पवित्र सभा और उपवास रखा जाता था और सब्त भी मनाया जाता था जिसमें रोज़मर्रा के काम करने की मनाही थी।—लैव 23:27, 28.