आज़ाद आदमी; आज़ाद दास
रोमी शासन के दौरान “आज़ाद आदमी” वह होता था जो जन्म से गुलाम नहीं था और जिसके पास रोमी नागरिक होने के सभी अधिकार थे। मगर ‘आज़ाद दास’ वह होता था जिसे गुलामी से आज़ाद किया गया हो। अगर इस दास को नियम के मुताबिक आज़ाद किया गया हो, तो उसे रोमी नागरिकता मिल सकती थी मगर वह राजनीति में नहीं आ सकता था। लेकिन अगर उसे यूँ ही आज़ाद किया गया हो, तो आज़ाद होने पर भी उसे नागरिक होने के सारे अधिकार नहीं मिलते थे।—1कुर 7:22.