लोग जो परवाह करते हैं
यहोवा के गवाह चालीस लाख से ज़्यादा बाइबल विद्यार्थियों का एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन हैं जो संसार भर में ६९,००० से ज़्यादा कलीसियाओं में संगठित हैं। यहोवा के गवाह सिर्फ़ लोगों को परमेश्वर के उद्देश्यों के विषय में ज़्यादा सीखने की मदद करने के लिए ही समर्पित नहीं हैं बल्कि वे एक दूसरे से भी प्रेम रखते हैं जिसकी आज्ञा यीशु मसीह ने दी थी। (यूहन्ना १३:३४, ३५) यह प्रेम व्यावहारिक तरीक़ों से दिखाया जाता है।
उदाहरण के लिए, कुछ समय पहले पूर्वी सैन मार्कोस्, कैलीफोर्निया, कलीसिया से क़रीब ३० गवाह, शनिवार सुबह छः बजे नाश्ते के लिए जमा हुए। उनके मन में एक ख़ास परियोजना थी—कलीसिया में उन लोगों की मदद करना जिन्हें अपने घरों की देखरेख में मदद की ज़रूरत थी।
ज़रूरतमंदों में से कुछ, एक जनक, विधवाएँ, और बुज्प्तार्ग जोड़े थे। इन लोगों की ज़रूरतों में उनके घरों की छतों की मरम्मत, प्रवेश मार्ग की मरम्मत, सुरक्षा बत्तियों को लगाना, गराज का दरवाजा लगाना, रँगाई, पेड़ों की छँटाई, और दूसरे काम सम्मिलित थे। काम की तैयारी एक महीने पहले से ही शुरू हो गई थी जब ज़रूरतों का पता चला था और सामग्री प्राप्त की गई थी।
निर्धारित शनिवार को, नाश्ते के दौरान अन्तिम तैयारियाँ की गईं। कार्य दलों को संगठित किया गया, और हरेक को सुनिश्चित काम सौंपा गया। स्त्रियों ने जलपान और साथ ही दोपहर के भोजन की व्यवस्था की। उस दिन के काम से न सिर्फ़ उन लोगों पर जिनके घरों की मरम्मत की गई थी, बल्कि कलीसिया में सभी जनों पर एक बहुत बढ़िया प्रभाव पड़ा।