दरियाई घोड़ा बचाव करता है!
दरियाई घोड़ा, जिसका वज़न चार टन तक होता है, ज़मीन का दूसरा सबसे बड़ा स्तनधारी प्राणी है। इसके शक्तिशाली जबड़े एक नाव को एक ही बार काटने से दो टुकड़े कर सकते हैं। इस कारण, हवाँगी नैशनल पार्क, जिम्बाबवे में व्यक्तियों का एक समूह काफ़ी चकित हुआ जब उन्होंने एक दरियाई घोड़े को ऐसे व्यवहार करते देखा जो बिना बढ़ा-चढ़ा कर कहा जाए—असामान्य था।
जब वे बाँध के निकट थे तो व्यक्तियों ने नौ जंगली कुत्तों को दो अफ्रीकी हरिणों का तेज़ी से पीछा करते देखा। बचने का कोई रास्ता न पाकर, हरिणों ने पानी में छलाँग लगा दी। कुत्ते पानी के किनारे चलने लगे, यह अंदाज़ा लगाते हुए कि हरिण संभवतः कहाँ उभरेंगे।
आख़िरकार, थककर एक हरिण दूर किनारे तक पहुँचने के लिए तैरने लगा, यह एहसास किए बिना कि कुत्ते वहाँ इंतज़ार कर रहे थे। लेकिन, जब हरिण ज़मीन के क़रीब आ रहा था, व्यक्तियों ने देखा कि पास का एक दरियाई घोड़ा हरिण की ओर तैरने लगा। अफ्रीकी वन्यजीवन (अंग्रेज़ी) रिपोर्ट करती है, उस तक पहुँचने पर दरियाई घोड़े ने “उसे मोड़ दिया और एक हल्का सा टहोका देकर विपरीत दिशा में तैरने के लिए बाध्य किया।” हरिण ने मान लिया। दरियाई घोड़ा उसके पीछे हो लिया और जब हरिण असंतुलन के चिह्न दिखाता तो वह समय-समय पर उसे टहोका देता रहा।
जैसे ही हरिण पानी के छोर तक पहुँचा, तो उन व्यक्तियों ने देखा कि दरियाई घोड़े ने धीरे लेकिन मज़बूती से हरिण को किनारे पर धकेला। हरिण ने कुछ लड़खड़ाते क़दम लिए, रुका और फिर काँपते हुए खड़ा रहा। जल्द ही, हरिण पानी से दूर जाने लगा। दरियाई घोड़ा उसके पीछे हो लिया, जब तक कि दोनों नज़रों से ओझल न हो गए।
दूसरे हरिण को क्या हुआ? वे व्यक्ति रिपोर्ट करते हैं कि जंगली कुत्ते “बचाव देखने में इतने तल्लीन थे कि दूसरा हरिण उनकी आँख बचाकर भाग निकला।”