एक दिन जिसने उसकी ज़िन्दगी बदल दी
अरीज़ोना, अमरीका से एक स्त्री ने कहा कि वह चर्च जाया करती थी लेकिन धर्म से वह निराश हो चुकी थी। उसने आख़िरकार प्रार्थना में परमेश्वर से कहा: “मैं अब और गिरजों में नहीं जाऊँगी। मुझे जो सर्वोत्तम तरीक़ा पता है मैं उसके अनुसार जीऊँगी, और एक अच्छी व्यक्ति बनने की कोशिश करूँगी।”
उस स्त्री ने बताया कि बाद में क्या हुआ: “मेरी मौसी ने फ़ोन किया और कहा कि वह यहोवा के साक्षियों के एक ख़ास सम्मेलन दिन में उपस्थित होने के लिए उस क्षेत्र में आएगी। उसने पूछा कि क्या वह और उसके बच्चे मेरे घर में एक रात बिता सकते हैं। और उसने पूछा: ‘क्या तुम हमारे साथ आना चाहोगी?’ मुझे अपना जवाब याद है: ‘क्यों नहीं? मेरे पास कुछ और बेहतर करने के लिए नहीं है।’ धर्म में मेरी रुचि क़रीब-क़रीब ख़त्म हो चुकी थी।
“मुझे हमेशा यहोवा के साक्षियों से सतर्क रहने के लिए कहा गया था। इसलिए सम्मेलन के दौरान मुझे याद है मैं बहुत चौकस थी। फिर भी, एक परादीस पृथ्वी बनाने के बारे में परमेश्वर के मूल उद्देश्य और कि परमेश्वर का उद्देश्य बदला नहीं है, इसके बारे में जो कुछ कहा जा रहा था उसके सम्बन्ध में कोई भी रहस्य नहीं था। जब मैं परिवारों को एकसाथ बैठे हुए और एकता की भावना प्रदर्शित करते हुए देख रही थी, तो मैं इस उत्तेजक भावना से वहाँ बैठी रही। मैं ने अपना सिर झुकाया और परमेश्वर से चुपचाप पूछा: ‘क्या यह सत्य है? क्या इसी के लिए मैं खोज करती आयी हूँ?’
“जब मैं उस दिन लौट रही थी, मैं ने लोगों को अलविदा करने के लिए गले मिलते और चूमते हुए देखा और मुस्कुराहटों से वह जगह रोशन हो उठी। मैं उनके चेहरों पर देख सकती थी कि उनके मन या हृदय में, अपने विश्वास के बारे में और यहोवा कौन है और उसने उनके लिए जो किया है उसके बारे में कोई संदेह नहीं था। उस दिन से, मैं यहोवा के साक्षियों के राज्यगृह में उपस्थित होने लगी और तब से निरन्तर जाती रही हूँ। उसके बाद के ख़ास सम्मेलन दिन, १९८८ में मैं ने सार्वजनिक तौर पर यहोवा को अपना समर्पण पानी के बपतिस्मे से चिन्हित किया और इस सुंदर परिवार का भाग बन गयी।”
यदि आप यहोवा के साक्षियों के विश्वासों और गतिविधियों के बारे में ज़्यादा जानना पसंद करेंगे, तो कृपया उनके स्थानीय राज्यगृह में उनसे संपर्क कीजिए, या पृष्ठ ५ पर दिए गए निकटतम पते पर लिखिए।
[पेज 32 पर तसवीर]
एक स्नेहपूर्ण पारिवारिक भावना यहोवा के साक्षियों के बड़े समूहनों में व्याप्त होती है, जैसा कि यहाँ रूस में दिखता है