उन्हें प्रथम पुरस्कार मिला
भारत, मद्रास में दो युवा विद्यार्थियों ने एक अंतरिक्ष यान और अवतरण-अड्डे सहित एक अंतरिक्ष स्टेशन के अपने मॉडल के लिए प्रथम पुरस्कार पाया। इस युवा लड़के और लड़की को, जो इस तस्वीर में दिखते हैं अपनी परियोजना के लिए जानकारी कहाँ से मिली?
इन युवाओं ने सजग होइए! के प्रकाशकों को लिखे एक पत्र में बताया: “हम विशेषकर आपका धन्यवाद करने के लिए इस अवसर का लाभ उठा रहे हैं, चूँकि सितम्बर ८, १९९२ की सजग होइए! (अंग्रेज़ी) में छपी अंतरिक्ष खोज पर श्रंखला के कारण ही हमें पुरस्कार मिले।”
सजग होइए! पूरे परिवार के प्रबोधन के लिए प्रकाशित की जाती है। इसमें अनेक देशों की प्रथाएँ और लोग, सृष्टि के आश्चर्य, व्यावहारिक विज्ञान-विषय, और मानव रुचि के मुद्दे सम्मिलत किए जाते हैं। सजग होइए! को अपने घर में नियमित रूप से उपलब्ध कराने के द्वारा, आप अपने बच्चों का सामन्य ज्ञान बढ़ाने में उनकी मदद कर सकते हैं, जो स्कूल में और बाद के जीवन में उन्हें लाभ पहुँचाएगा।
यदि आप सजग होइए! की एक और प्रति प्राप्त करना चाहते हैं या चाहते हैं कि कोई आपके घर आकर आपके साथ बाइबल शिक्षा के महत्त्व पर चर्चा करे, तो कृपया Praharidurg Prakashan Society, Plot A/35, Nr Industrial Estate, Nangargaon, Lonavla 410 401, Mah., India को या पृष्ठ ५ पर दिए गए निकटतम पते पर लिखिए।