“आप लोगों के लिए उत्तम सेवा-कार्य कर रहे हैं”
गोवा, भारत में एक व्यक्ति ने उसके घर आयी दो यहोवा की साक्षियों से सजग होइए! की दो प्रतियाँ प्राप्त कीं। उन्हें पढ़ने के बाद, उसने पत्रिका के प्रकाशकों को यह पत्र लिखा:
“मैं उन दो महिलाओं को शुक्रिया कहना चाहता हूँ जो उस दिन मेरे घर आयीं और सजग होइए! पत्रिका की दो प्रतियाँ दे गयीं। यह सोचते हुए कि यह कोई प्रचार-प्रसार है, मैंने कुछ समय के लिए उन पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन एक दिन मैंने उनमें से एक पत्रिका पर नज़र दौड़ायी, जो ‘ऎमाज़ॉन वर्षा-प्रचुर वन’ (मार्च २२, १९९७, अंग्रेज़ी) पर थी। मैंने उसे पढ़ना शुरू किया और जब तक कि पूरी पत्रिका को ध्यान से पढ़ नहीं लिया तब तक उसे एक किनारे नहीं रखा।
“मुझे सजग होइए! का विषय बहुत दिलचस्प और ज्ञानवर्धक लगा। विषयों की विविधता ने भी मुझे रोमांचित किया। मुझे यह बात सबसे अच्छी लगी कि विभिन्न लेखों को बहुत ही तर्कसंगत और संतुलित ढंग से प्रस्तुत किया गया था।”
सजग होइए! को पहली बार पढ़नेवाले इस व्यक्ति ने आगे कहा: “उनके घरों पर ऐसी मूल्यवान जानकारी लाकर आप लोगों के लिए उत्तम सेवा-कार्य कर रहे हैं।”
आप भी सजग होइए! पढ़ने से लाभ उठा सकते हैं। यदि आप एक और प्रति पाना चाहते हैं या आप चाहते हैं कि कोई आपके घर आकर आपके साथ बाइबल पर चर्चा करे, तो कृपया Praharidurg Prakashan Society, Plot A/35, Nr Industrial Estate, Nangargaon, Lonavla 410 401, Mah., India, को या पृष्ठ ५ पर दिए गए उपयुक्त पते पर लिखिए।