वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • g99 9/8 पेज 32
  • एक फायदेमंद पत्रिका

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • एक फायदेमंद पत्रिका
  • सजग होइए!–1999
सजग होइए!–1999
g99 9/8 पेज 32

एक फायदेमंद पत्रिका

प्राग, चेक गणराज्य के एक पुस्तकालय के मैनेजर ने सजग होइए! पत्रिका की तारीफ में दो पन्‍ने लिखे। उन पन्‍नों को पुस्तकालय के इंफॉर्मेशन बोर्ड पर लगाया गया था। उसके कुछ शब्द यहाँ दिये गए हैं:

“मैं यहोवा का एक साक्षी नहीं हूँ। और मैं न तो पूरी तरह यहोवा के साक्षियों के या वॉच टावर सोसाइटी के पक्ष में हूँ, ना ही उनके खिलाफ हूँ। फिर भी मैं सजग होइए! पत्रिका की तारीफ किए बिना नहीं रह सकता क्योंकि यह लाजवाब है। मैं कुछ समय से इसे पढ़ रहा हूँ और मुझे लगता है कि अगर आप दिन में बस एक बार इसका शीर्षक ही पढ़ लें तो आपको बहुत फायदा होगा। मगर, सिर्फ इस पत्रिका का शीर्षक ही नहीं बल्कि इसमें दी गयी बाकी सभी जानकारी से बहुत कुछ सीखने को मिलता है। और दूसरी पत्रिकाओं के साथ-साथ इसे भी शिक्षा के एक बेहतरीन साधन के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। . . .

“सजग होइए! के लेखों को बहुत सोच-समझकर चुना जाता है। इसमें ऐसे विषयों पर लेख दिए जाते हैं जिन्हें दूसरी पत्रिकाएँ किसी-न-किसी वज़ह से छापना नहीं चाहतीं। यह पत्रिका आज के हालात के बारे में लोगों को अवगत कराती है और उसके अंजाम भी बताती है। साथ ही यह ऐसे-ऐसे विषयों के बारे में लोगों को मालुमात देती है जिन्हें वे आम तौर पर नहीं जान पाते हैं . . . सजग होइए! पत्रिका खुद कोई राय कायम नहीं करती। इसके बजाय, यह सच्चाई बताती है और विद्वानों के विचार बताती है, हर चीज़ के फायदे और नुकसान के बारे में बताती है, आज की समस्याओं से निपटने के लिए बाइबल से मदद देती है और पढ़नेवाले पर फैसला करने का काम छोड़ देती है। और तो और, सजग होइए! सवाल पूछने के द्वारा विषय की चर्चा करती है और अपने पाठकों को भी सवाल पूछने का तरीका सिखाती है।”

सजग होइए! के हर अंक के चौथे पन्‍ने पर यह दिया हुआ है कि “सजग होइए! क्यों प्रकाशित की जाती है।” इसमें यह लिखा है: “सबसे महत्त्वपूर्ण, यह पत्रिका एक शांतिपूर्ण और सुरक्षित संसार लाने के बारे में सृष्टिकर्ता की प्रतिज्ञा में विश्‍वास बढ़ाती है जो वर्तमान दुष्ट, अराजक रीति-व्यवस्था को प्रतिस्थापित करने ही वाला है।”

जीवन का उद्देश्‍य क्या है? आप इसे कैसे पा सकते हैं? इस ३२ पेजवाले ब्रोशर के अंतिम दो भागों में परमेश्‍वर की इस प्रतिज्ञा के बारे में ज़्यादा चर्चा की गयी है। इन भागों के शीर्षक हैं: “परमेश्‍वर का उद्देश्‍य जल्द ही पूरा होगा” और “एक परादीस पृथ्वी पर सर्वदा जीवित रहिए।” अगर आप यह ब्रोशर पाना चाहते हैं तो इस कूपन को भरकर इस पर दिए गए पते या फिर पृष्ठ ५ पर दिए गए किसी उपयुक्‍त पते पर भेजिए।

◻ जीवन का उद्देश्‍य क्या है? आप इसे कैसे पा सकते हैं? मुझे इस ब्रोशर की एक कॉपी भेज दीजिए।

◻ मुफ्त गृह बाइबल अध्ययन के लिए कृपया मुझसे संपर्क करें।

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें