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  • सजग होइए!–2002
सजग होइए!–2002
g02 10/8 पेज 32

सभी ने उसे कबूल कर लिया

स्विट्‌ज़रलैंड के बॉज़ल शहर में, एक स्कूल टीचर ने छात्रों से कहा कि उन्हें अपनी पसंद के किसी भी विषय पर 10 से 15 मिनट का एक भाषण तैयार करके लाना है। पंद्रह साल की रोज़ी ने अपना विषय चुना, “आप अपनी जवानी का बेहतरीन तरीके से कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।”

क्लास के दूसरे छात्रों ने पूछा: “यह कैसा विषय है? क्या तुम ड्रग्स के बारे में बात करनेवाली हो?”

रोज़ी ने कहा, “जब बोलूँगी, तब देख लेना।”

और जब उसने अपना भाषण खत्म किया, तो छात्रों ने खूब तालियाँ बजायीं। तब रोज़ी ने कहा, “सिर्फ पंद्रह मिनट में यह नहीं बताया जा सकता कि जवान अपनी जवानी का बेहतरीन तरीके से कैसे इस्तेमाल कर सकते हैं।” और फिर बोली: “मैं आप सबके लिए एक तोहफा लायी हूँ।” इसके बाद उसने हर बच्चे को युवाओं के प्रश्‍न—व्यावहारिक उत्तर किताब की एक-एक कॉपी दी, कुल मिलाकर 20 कॉपियाँ बाँटीं। वे सभी किताबें रंगीन कागज़ से अच्छी तरह पैक की हुई थीं और उन पर हर छात्र का नाम लिखा हुआ था।

छात्रों ने बड़ी खुशी-खुशी उस किताब को कबूल किया और बाद में देखा गया कि सभी उसकी विषय-सूची देख रहे थे, जिसमें ये अध्याय शामिल थे, जैसे: “मैं क्या करूँ कि मेरे माता-पिता मुझे अधिक छूट दें?,” “मैं असली मित्र कैसे बनाऊँ?,” “मैं कौन-सा पेशा चुनूँ?,” “विवाह से पहले सॆक्स के बारे में क्या?,” और “मैं कैसे जानूँ कि यह सच्चा प्रेम है?”

इसमें कुल मिलाकर 39 अध्याय हैं। अगर आप अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया इस कूपन को भरकर नीचे दिए गए पते या अपनी सहूलियत के मुताबिक पेज 5 पर दिए गए किसी भी पते पर भेज दीजिए। (g02 8/22)

□ युवाओं के प्रश्‍न—व्यावहारिक उत्तर इस किताब के बारे में मुझे और भी जानकारी भेजिए।

□ मुझे घर पर मुफ्त बाइबल अध्ययन कराने के लिए मुझसे मिलिए।

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