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क्या इसे रचा गया था?

मकड़ी का रेशम

◼ मकड़ी का रेशम, रूई से भी हलका होता है। लेकिन अगर इसकी तुलना उतने ही वज़न के स्टील से की जाए, तो रेशम उससे ज़्यादा मज़बूत साबित होगा। दशकों से, वैज्ञानिक गोलाकार जाल तैयार करनेवाली मकड़ी (ओर्ब-वीवर) के बनाए रेशम का अध्ययन करते आए हैं। उनके अध्ययन का क्या नतीजा निकला? उन्होंने पता लगाया है कि ये मकड़ियाँ सात किस्म के रेशम तैयार करती हैं, जिनमें से सबसे मज़बूत रेशम है, ड्रैगलाइन (जिसकी मदद से एक मकड़ी ऊपर-नीचे जाती है)। इसी रेशम ने वैज्ञानिकों का खास ध्यान खींचा है। यह रेशम, उन रेशों से भी ज़्यादा मज़बूत और जलसह (वॉटरप्रूफ) होता है, जो रेशम के कीड़े बनाते हैं और जिन्हें आम तौर पर कपड़े बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

ज़रा सोचिए: कारखानों में केवलार (जिसे बुलेटप्रूफ जैकेट बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है) जैसे कच्चे धागों को तैयार करने के लिए, ऊँचे तापमान और ऐसे रसायनिक द्रव्यों की ज़रूरत पड़ती है, जिनमें दूसरे पदार्थ पड़ते ही घुल जाते हैं। मगर इसके बिलकुल उलट, मकड़ी अपना रेशम सामान्य तापमान पर तैयार करती है और उसे बस पानी की ज़रूरत होती है। इसके बावजूद ड्रैगलाइन रेशम, केवलार धागों से कई गुना ज़्यादा मज़बूत होता है। अगर इसे फुटबॉल के मैदान जितना बड़ा किया जाए, तो यह बीच हवा में पूरी रफ्तार से उड़ते एक बड़े हवाई-जहाज़ को रोक सकता है!

इसलिए इसमें कोई ताज्जुब नहीं कि खोजकर्ता, ड्रैगलाइन रेशम की मज़बूती के बारे में और ज़्यादा जानने की खासी दिलचस्पी रखते हैं। साइंस न्यूज़ पत्रिका में एमे कनिंगहैम लिखती हैं: “वैज्ञानिक, ड्रैगलाइन रेशम जितना मज़बूत और लचीला पदार्थ ईजाद करना चाहते हैं, ताकि यह बुलेटप्रूफ जैकेट से लेकर झूला-पुल के मोटे-मोटे तार बनाने में काम आ सके।”

लेकिन ड्रैगलाइन रेशम की नकल करना कोई आसान काम नहीं है। क्योंकि यह रेशम, मकड़ी के शरीर के अंदर बनता है और आज तक कोई भी इंसान यह नहीं जान पाया है कि मकड़ी इसे कैसे तैयार करती है। केमिकल एण्ड इंजीनियरिंग न्यूज़ पत्रिका में जीव-वैज्ञानिक, शेरल वाय. हायाशी ने कहा: “बहुत-से होशियार लोग उस चीज़ को बनाने में जद्दोजेहद कर रहे हैं, जो चीज़ मकड़ियाँ तहखाने में बैठे बड़ी आसानी से बना लेती हैं। वाकई, जब हम इस बारे में सोचते हैं, तो हम खुद को कितना छोटा महसूस करते हैं।”

आपको क्या लगता है? क्या मकड़ी और उसका स्टील जितना मज़बूत रेशम इत्तफाक से आए हैं, या क्या ये दोनों किसी बुद्धिमान सिरजनहार के हाथों की कारीगरी हैं? (g 1/08)

[पेज 24 पर तसवीर]

माइक्रोस्कोप से ली गयी यह तसवीर दिखाती है कि मकड़ी से रेशम रिस रहा है

[चित्र का श्रेय]

Copyright Dennis Kunkel Microscopy, Inc.

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