वॉचटावर ऑनलाइन लाइब्रेरी
वॉचटावर
ऑनलाइन लाइब्रेरी
हिंदी
  • बाइबल
  • प्रकाशन
  • सभाएँ
  • g 4/08 पेज 32
  • सब लोगों के लिए एक किताब

इस भाग के लिए कोई वीडियो नहीं है।

माफ कीजिए, वीडियो डाउनलोड नहीं हो पा रहा है।

  • सब लोगों के लिए एक किताब
  • सजग होइए!–2008
सजग होइए!–2008
g 4/08 पेज 32

सब लोगों के लिए एक किताब

आपको क्या लगता है, यह बात किस किताब पर सही बैठती है? अमरीका के कोलोराडो राज्य की एक स्त्री को एक ब्रोशर मिला, जिसका नाम था सब लोगों के लिए एक किताब। इस ब्रोशर में यह बताया गया है कि बाइबल में कौन-सी जानकारी दी गयी है और यह आज, सभी लोगों के पढ़ने के लिए एक ज़रूरी किताब क्यों है। उस स्त्री ने एक छोटा-सा खत लिखकर इस ब्रोशर के लिए शुक्रिया अदा किया। खत में उसने लिखा:

“इस ब्रोशर को शुरू से लेकर आखिर तक पढ़कर मज़ा आ गया। एक बार जब मैंने इसे पढ़ना शुरू किया, तो बस रुकने का नाम ही नहीं लिया! इस ब्रोशर में परमेश्‍वर के वचन में दर्ज़ सभी खास बातों के बारे में बताया गया है। इसमें बहुत ही बढ़िया तरीके से समझाया गया है कि बाइबल और विज्ञान कैसे एक-दूसरे से मेल खाते हैं। इसमें यह भी बताया गया है कि बाइबल का कैसे अनुवाद किया गया, ताकि सभी लोग इसे पढ़ सकें। और-तो-और, यह ब्रोशर बताता है कि बाइबल को हमारे ज़माने तक कैसे बरकरार रखा गया।”

वाकई, बाइबल जैसी लाजवाब किताब, आज तक नहीं लिखी गयी। इतिहास में यही एक किताब है, जिसकी सबसे ज़्यादा कॉपियाँ बाँटी गयी हैं। हालाँकि बाइबल की लिखाई करीब 2,000 साल पहले पूरी हो चुकी थी, फिर भी यह विज्ञान से जुड़ी बातों में भी एकदम सही जानकारी देती है। और इसकी शिक्षाएँ हमारी रोज़मर्रा ज़िंदगी के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं।

इस 32-पेजवाले ब्रोशर के बारे में ज़्यादा जानकारी पाने के लिए, आप इस कूपन को भरकर इस पत्रिका के पेज 5 पर दिए किसी भी नज़दीकी पते पर भेज सकते हैं। (g 1/08)

❑ बिना शुल्क, मैं इस ब्रोशर के बारे में और जानना चाहता हूँ।

❑ मेरे साथ घर पर मुफ्त बाइबल अध्ययन करने के लिए मुझसे मिलिए।

    हिंदी साहित्य (1972-2025)
    लॉग-आउट
    लॉग-इन
    • हिंदी
    • दूसरों को भेजें
    • पसंदीदा सेटिंग्स
    • Copyright © 2025 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania
    • इस्तेमाल की शर्तें
    • गोपनीयता नीति
    • गोपनीयता सेटिंग्स
    • JW.ORG
    • लॉग-इन
    दूसरों को भेजें