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  • g21 अंक 3 पेज 8-9
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  • वैज्ञानिक क्या नहीं जानते?
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सजग होइए!—2021
g21 अंक 3 पेज 8-9
विज्ञान का टीचर कुछ बच्चों से बात कर रहा है।

वैज्ञानिक क्या नहीं जानते?

वैज्ञानिकों ने ब्रह्‍मांड का काफी अध्ययन किया है। लेकिन अब भी ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब वे नहीं जानते।

क्या वैज्ञानिक बता सकते हैं कि ब्रह्‍मांड और सारे जीव कैसे बने? इसका सीधा-सा जवाब है, नहीं। कुछ लोग कहते हैं कि जो वैज्ञानिक ब्रह्‍मांड का अध्ययन करते हैं, वे बता सकते हैं कि ब्रह्‍मांड की शुरूआत कैसे हुई। लेकिन ध्यान दीजिए कि इस बारे में प्रोफेसर मारसेलू ग्लेज़ीर का क्या कहना है। वे डार्टमाउथ कॉलेज में खगोल विज्ञान पढ़ाते हैं। उन्हें इस बात का पक्का यकीन नहीं है कि एक ईश्‍वर है। पर वे कहते हैं कि वैज्ञानिक “अब तक यह नहीं समझा पाए हैं कि ब्रह्‍मांड की शुरूआत कैसे हुई।”

धरती पर जीव कैसे आए, इस बारे में साइंस न्यूज़  पत्रिका में भी कुछ ऐसी ही बात लिखी है, “शायद कोई नहीं बता सकता कि धरती पर जीवों की शुरूआत कैसे हुई। वह इसलिए कि जब धरती बनी थी, उस ज़माने की चट्टानें कब की खत्म हो चुकी हैं। और अब वे जीवाश्‍म (या फॉसिल) भी नहीं रहे जिनसे हम पता लगा पाते कि उस वक्‍त असल में क्या हुआ था।” इन बातों से पता चलता है कि वैज्ञानिक अब तक नहीं बता पाए हैं कि ब्रह्‍मांड और सारे जीव कैसे बने।

आप शायद सोचें, ‘अगर धरती पर सभी जीवों को किसी ने बनाया है, तो आखिर वह है कौन?’ हो सकता है, आपके मन में कुछ और सवाल भी आएँ। जैसे, ‘अगर दुनिया को किसी ने बनाया है और वह बहुत बुद्धिमान है और हमसे प्यार करता है, तो वह हमारे लिए कुछ करता क्यों नहीं? जब लोगों पर तकलीफें आती हैं, तो वह बस देखता क्यों रहता है? उसने इतने सारे धर्म क्यों बनने दिए जो एक-दूसरे से बिलकुल अलग बातें सिखाते हैं? और जब ईश्‍वर को माननेवाले ही इतने बुरे काम करते हैं, तो वह उन्हें रोकता क्यों नहीं?’

यह सच है कि वैज्ञानिक इन सवालों के जवाब नहीं दे सकते, लेकिन इनके जवाब आपको मिल सकते हैं। बहुत-से लोगों को इनके जवाब बाइबल से मिले हैं।

कुछ वैज्ञानिकों ने बाइबल पढ़ी और अब वे मानते हैं कि किसी ने दुनिया को बनाया है। अगर आप जानना चाहते हैं कि वे क्यों ऐसा मानते हैं, तो कुछ वीडियो देखिए। इसके लिए jw.org/hi पर जाइए और खोजिए बक्स में “जीवन की शुरूआत के बारे में उनकी राय” टाइप कीजिए।

विज्ञान और बाइबल ने बदल दी उनकी सोच

गीऔर्गी एन. कोइदान, रसायन शास्त्री

“मैं तरह-तरह के रसायनों को मिलाकर अणु बनाता हूँ। यह थोड़ा-बहुत शतरंज के खेल की तरह है। आपको सोचकर रखना होता है कि आगे आप कौन-सी चालें चलेंगे। अगर एक भी चीज़ छूट जाए, तो वह अणु बनेगा ही नहीं। हालाँकि मेरा काम बहुत पेचीदा है, लेकिन एक जीव की कोशिका में जटिल अणु बनाने के लिए जो हज़ारों रासायनिक अभिक्रियाएँ (केमिकल रिएक्शन) होती हैं, उसके सामने मेरा काम कुछ भी नहीं है। कोशिका में जो होता है, उसके बारे में सोचने से मुझे यकीन हो गया है कि कोई-न-कोई तो है जिसने यह दुनिया बनायी है। सबसे बड़ा रसायन शास्त्री तो वही है!”

“जब मैंने बाइबल पढ़ी, तो मुझे एहसास हुआ कि यह बाकी किताबों से हटकर है। हालाँकि यह 2,000 साल पहले लिखी गयी थी, पर इसमें जो बढ़िया सलाह दी गयी है वह आज भी हमारे बहुत काम आती है। जैसे, इसमें बताया गया है कि हम घर में, काम की जगह और आस-पड़ोस में सबके साथ शांति कैसे बनाए रख सकते हैं। इतनी बढ़िया सलाह तो सिर्फ वही दे सकता है जो हमसे कहीं ज़्यादा बुद्धिमान हो।”

येन-ड शुए, भ्रूण विज्ञानी

“जैसे-जैसे माँ के गर्भ में भ्रूण बढ़ता है, कोशिकाओं से मिलकर ऊतक (टिशू) बनने लगते हैं। जैसे, नसों, माँस-पेशियों, हड्डियों और खून के ऊतक। और इस तरह पूरा शरीर बन जाता है। लेकिन भ्रूण कैसे बनता है, इस बारे में ऐसी बहुत-सी बातें हैं जो हम अब तक नहीं समझ पाए हैं। यह सब देखकर यही लगता है कि किसी ने हमें सोच-समझकर बनाया है और वह बहुत बुद्धिमान है।”

“भ्रूण किस तरह बढ़ता है, इस बारे में वैज्ञानिकों ने हाल ही में काफी बातें खोज करके पता की हैं। लेकिन इसी से मिलती-जुलती बातें बाइबल में हज़ारों साल पहले लिखी गयी थीं। यह हम भजन 139:15, 16 में पढ़ सकते हैं। यह बात इंसान को बनानेवाले ने ही लिखवायी होगी। वरना भ्रूण के बारे में इतनी सही-सही जानकारी हज़ारों साल पहले बाइबल में कैसे लिखी गयी?”

रोसियो पिकादो हेरेरो: एक रसायन विज्ञान टीचर अपने विश्‍वास के बारे में बताती है नाम का वीडियो देखें। आप jw.org/hi पर खोजिए बक्स में इस वीडियो का शीर्षक टाइप करके इसे ढूँढ़ सकते हैं।

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