एक झलक
आज लोग अकसर दूसरों का आदर नहीं करते। इसलिए जब कोई किसी का आदर करता है, तो लोग चौंक जाते हैं और सोचते हैं, ‘इसे क्या हो गया है?’
उदाहरण के लिए, बहुत-से लोग बड़े-बुज़ुर्गों की, यहाँ तक कि अपने माता-पिता की इज़्ज़त करना भूल गए हैं। यही नहीं, वे पुलिस, साथ काम करनेवालों, टीचरों और दूसरे अधिकारियों की भी कोई इज़्ज़त नहीं करते। और सोशल मीडिया पर तो उन पर कोई रोक नहीं! दूसरों के खिलाफ उनके मन में जो आता है, वे लिख देते हैं। हावर्ड बिज़निस रिव्यू पत्रिका के एक लेख में यही बात बतायी गयी है। उसमें लिखा है, ‘यह सच है कि लोगों के दिल में दूसरों के लिए आदर खत्म होता जा रहा है। कई लोग खुद इस बारे में बता भी रहे हैं।’