गीत 6
धन्यवाद की प्रार्थना
(भजन ६५:२)
१. रहमदिल यहोवा लायक़ तारीफ़ के,
करते, ऐ मालिक, फ़रयाद हम तुझसे,
पास तेरे आते अब सुन ले दुआ,
सौंपा है ख़ुद को ली तेरी पनाह।
हैं हम कमज़ोर और ख़ता करते रोज़,
माँगे हम माफ़ी और करते अफ़सोस।
बेटे के ख़ून से लिया तूने मोल,
चाहते हैं तुझसे नसीहत अनमोल।
2. ख़ुश हैं वो जिनको तू आँगन में लाया,
समझ देकर उन्हें रौशन किया,
पवित्र घर तेरा वचन चिराग़,
तेरी भलाई से होंगे बहाल।
कितना शानदार होगा तेरा इंसाफ़,
लोगों से जिस दिन तू लेगा हिसाब।
मुक्ति के दाता आए तेरा राज,
होगी ना देर ये ऐलान करें आज।
3. हर तरफ़ छाए ख़ुशी की फ़िज़ा,
सारी धरती पर हो तेरी पूजा,
तेरा राज आता बरकतें लेकर,
दुःख, मातम, मौत और हर दर्द मिटाकर।
यीशु बुराई सब दूर करेगा,
हर दिल ख़ुशी से तब झूम उठेगा।
बुलंद आवाज़ में गाएँ हम गुनगान,
“शुक्रिया तेरा, यहोवा महान!”