अध्याय 7
यीशु को देखने ज्योतिषी आते हैं
ज्योतिषी एक “तारा” देखकर यरूशलेम आते हैं और फिर यीशु तक पहुँचते हैं
कुछ आदमी पूरब दिशा से आ रहे हैं। ये ज्योतिषी हैं जो कहते हैं कि वे तारों की स्थिति या दिशा देखकर बता सकते हैं कि किसके साथ क्या होगा। (यशायाह 47:13) जब वे पूरब में अपने देश में थे, तब उन्होंने एक “तारा” देखा था और वह जिस दिशा में आगे बढ़ रहा था, उस दिशा में ये ज्योतिषी भी बढ़ते जाते हैं और सैकड़ों मील दूर यरूशलेम पहुँच जाते हैं।
यरूशलेम में वे लोगों से पूछते हैं, ‘यहूदियों का जो राजा पैदा हुआ है, वह कहाँ है? हमने पूरब में उसका तारा देखा था। इसलिए उसे दंडवत करने आए हैं।’—मत्ती 2:1, 2.
जब यरूशलेम के राजा हेरोदेस को पता चलता है कि यहूदियों का राजा पैदा हुआ है, तो वह बौखला उठता है। वह तुरंत प्रधान-याजकों और शास्त्रियों को बुलाकर उनसे पूछता है कि शास्त्र के मुताबिक मसीहा कहाँ पैदा होगा। वे कहते हैं, “बेतलेहेम में।” (मत्ती 2:5; मीका 5:2) तब हेरोदेस ज्योतिषियों को बुलाकर उनसे कहता है, “जाओ, अच्छी तरह ढूँढ़ो और उस बच्चे का पता लगाओ। जब वह तुम्हें मिल जाए, तो आकर मुझे खबर देना ताकि मैं भी जाकर उसे दंडवत करूँ।” (मत्ती 2:8) लेकिन असल में हेरोदेस उस बच्चे को मार डालना चाहता है।
जब ज्योतिषी वहाँ से निकल पड़ते हैं, तो एक अजीब घटना घटती है। वह “तारा” अब उनके आगे-आगे जाने लगता है। एक बात तो साफ है, यह कोई मामूली तारा नहीं है। यह तारे जैसी कोई चीज़ है जिसके ज़रिए कोई उन ज्योतिषियों को बच्चे तक ले जा रहा है। फिर यह तारा एक घर के ऊपर आकर रुक जाता है। इस घर में यूसुफ और मरियम अपने बेटे के साथ ठहरे हुए हैं।
ज्योतिषी घर के अंदर जाते हैं और वहाँ यीशु को मरियम और यूसुफ के साथ देखते हैं। वे बच्चे को दंडवत करते हैं और उसे तोहफे में सोना, लोबान और गंधरस देते हैं। इसके बाद जब वे हेरोदेस के पास लौटनेवाले होते हैं, तो परमेश्वर सपने में उन्हें चेतावनी देता है कि वे हेरोदेस के पास न जाएँ। इसलिए वे दूसरे रास्ते से अपने देश चले जाते हैं।
आपको क्या लगता है, ज्योतिषियों को वह तारे जैसी चीज़ किसने दिखायी होगी? परमेश्वर ने तो नहीं दिखायी होगी, क्योंकि वह तारा उन्हें सीधे बेतलेहेम नहीं यरूशलेम ले गया। यरूशलेम में उनकी मुलाकात राजा हेरोदेस से हुई जो यीशु को मार डालना चाहता है। अगर परमेश्वर उन्हें नहीं रोकता, तो वे हेरोदेस के पास लौटते और उसे बता देते कि यीशु कहाँ पर है। तब हेरोदेस ज़रूर यीशु को मार डालता। इससे पता चलता है कि परमेश्वर के दुश्मन शैतान ने ही ज्योतिषियों को वह तारे जैसी चीज़ दिखायी होगी। उसी ने यीशु को मरवाने के लिए यह साज़िश रची और उस खास तारे का इस्तेमाल किया।