शुक्रवार
“हिम्मत से काम लेना और हौसला रखना”—यहोशू 1:7
सुबह का कार्यक्रम
9:20 संगीत का वीडियो
9:30 गीत नं. 110 और प्रार्थना
9:40 चेयरमैन का भाषण: असली हिम्मत हमें यहोवा से मिलती है (भजन 28:7; 31:24; 112:7, 8; 2 तीमुथियुस 1:7)
10:10 परिचर्चा: सच्चे मसीहियों के लिए हिम्मत क्यों ज़रूरी है
प्रचार करने के लिए (प्रकाशितवाक्य 14:6)
पवित्र रहने के लिए (1 कुरिंथियों 16:13, 14)
निष्पक्ष रहने के लिए (प्रकाशितवाक्य 13:16, 17)
11:05 गीत नं. 126 और घोषणाएँ
11:15 नाटक के अंदाज़ में पढ़ी गयी आयतें: “तू हिम्मत से काम ले और हौसला रख और काम में लग जा”! (1 इतिहास 28:1-20; 1 शमूएल 16:1-23; 17:1-51)
11:45 “तुम्हारे खिलाफ उठनेवाला कोई भी हथियार कामयाब नहीं होगा” (यशायाह 54:17; भजन 118:5-7)
12:15 गीत नं. 61 और अंतराल
दोपहर का कार्यक्रम
1:25 संगीत का वीडियो
1:35 गीत नं. 69
1:40 परिचर्चा: हिम्मत तोड़नेवाली बातें और हिम्मत बँधानेवाली बातें
निराशा और आशा (भजन 27:13, 14)
शिकायती रवैया और एहसानमंदी की भावना (भजन 27:1-3)
बुरे किस्म का मनोरंजन और प्रचार काम (भजन 27:4)
बुरी संगति और अच्छी संगति (भजन 27:5; नीतिवचन 13:20)
दुनियावी ज्ञान और निजी अध्ययन (भजन 27:11)
शक और विश्वास (भजन 27:7-10)
3:10 गीत नं. 55 और घोषणाएँ
3:20 परिचर्चा: परमेश्वर के सेवकों ने कौन-से खतरे मोल लिए, कौन-सी आशीषें पायीं
हनन्याह, मीशाएल और अजरयाह ने (दानियेल 1:11-13; 3:27-29)
अक्विला और प्रिस्किल्ला ने (रोमियों 16:3, 4)
स्तिफनुस ने (प्रेषितों 6:11, 12)
3:55 “हिम्मत रखो! मैंने इस दुनिया पर जीत हासिल कर ली है” (यूहन्ना 16:33; 1 पतरस 2:21, 22)
4:15 मसीह के दिलेर सैनिक (2 कुरिंथियों 10:4, 5; इफिसियों 6:12-18; 2 तीमुथियुस 2:3, 4)
4:50 गीत नं. 22 और प्रार्थना