बुरुण्डि में उत्पीड़न जारी
१९८९ की शुरुआत में, मध्य अफ्रीकी राष्ट्र बुरुण्डि के शासकों ने यहोवा के गवाहों पर उत्पीड़न की एक लहर छोड़ दी। जैसे कि अक्तूबर १, १९८९ के प्रहरीदुर्ग में रिपोर्ट की गयी थी, उन अधिकारियों ने गवाहों पर मुसीबतों, गिरफ्तारियों, मारपीट, और अन्य निष्ठुर कार्यवाहियों का उपयोग करते हुए उन पर दबाव डाला ताकि वे अपना विश्वास त्याग दें। उस समय से लेकर परिस्थिति क्या हो गयी है?
बुरुण्डि से निकली एक और रिपोर्ट कहती है कि, जिल्ला ओवरसियर की किन्यिन्या और गिटेगा की भेंट के दौरान, अधिकारियों ने एक सभा के दौरान उस मण्डली के सदस्यों को गिरफ्तार करने की कोशिश की। जिल्ला और सर्किट ओवरसियरों ने बच निकलने में सफल हुए, लेकिन उन में जो गिरफ्तार हुए, दो उच्च विद्यालय के छात्र और एक प्राइमरी स्कूल की लड़की भी शामिल थीं। सभों को मारा गया। दूसरे दिन वे गवाह, जिनको गिरफ्तार किया गया था, राज्यपाल के सामने आए और उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वे राजनीतिक पार्टी के सदस्य क्यों नहीं बन सकते थे। उन पर फिर मारपीट की गयी। अन्य रिपोर्ट भी समान घटनाओं के बारे में बताती हैं।
बुरुण्डि के एक ज़िम्मेदार मसीही प्राचीन लिखते हैं: “यहोवा का कोई भी गवाह चोरी, खून, या उच्छेदन के लिए गिरफ्तार नहीं किया गया है। अगर अधिकारियों के पास गवाहों को सज़ा देने के लिए वास्तव आधार है, तो शांतिमय नागरिकों को सताने, उनकी सम्पत्तियों को छीनने, और वन्य पशुओं के समान उनका पीछा करने के बजाय, वे खुली अदालत में ऐसा करें। भीतरी प्रदेश के कई भाई उनके घरों को त्याग देने और फ़रारियों के समान जीने के लिए मजबूर हुए हैं। एक बहन, जिसका पति कैदख़ाने में है, अपने पति को छुड़ाने के प्रयास में, अधिकारियों में से बहुतों को देखने गयी। सभों ने इस जवाब के साथ उसे अस्वीकार किया: ‘हम कभी भी तुम्हारे पति को छुड़ा नहीं सकते, जब तुम हमारे देश को अस्थायी करने के लिए विदेश से पैसा पाती रहो।’ कैसा मिथ्यापवाद!”
किन्तु, बुरुण्डि में से सुसमाचार है। वहाँ के गवाह ड़रे हुए या भयभीत नहीं हैं। सावधानी से लेकिन निश्चित रूप से सुसमाचार का प्रचार बढ़ रहा है, और भाइयों और बहनों ने समझ लिया है, कि यहोवा पर पूर्ण भरोसा रखते हुए, वे सह सकेंगे। घोर अपमान व्यक्त करनेवाले कई पत्र बुरुण्डि को लिखे गए हैं, और निस्सन्देह कई और आएँगे, जब संसार यह जान लेगी कि बुरुण्डि ने, यहोवा के गवाहों के विरुद्ध उत्पीड़न का अपना क्रूर अभियान जारी रखा है।
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बुरुण्डि के राष्ट्रपति का पता है:
His Excellency Major Pierre Buyoya;
President of the Republic of Burundi;
Bujumbura;
REPUBLIC OF BURUNDI