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w90 10/1 पेज 22-23

प्रतिज्ञात देश से दृश्‍य

ताबोर से लेकर विजय-प्राप्ति तक!

कल्पना कीजिए कि आप एक बुर्ज में खड़े, नीचे एक ऐसी जगह को देख रहे हैं जहाँ इतिहास के रास्ते मिलते हैं! वहाँ से आप वास्तव में इतिहास को घटित होते देख सकते हैं।

यह वर्णन बाइबल में मगिद्दो नाम की जगह के लिए शायद सबसे ज़्यादा उचित होगा, इसलिए कि यह जगह महत्त्वपूर्ण व्यापार और सैन्य मार्गों के आर-पार स्थित थी। फिर भी, यिज्रेल की घाटी के पार ताबोर पर्वत उठता है, जिसकी ऊँचाई से वाया मारिस (समुद्र का मार्ग) भी दिखायी दे सकता है, जो कि उर्वर अर्द्धचँद्राकार-क्षेत्र के नगरों की ओर का मार्ग था।a

अगर आप इस इलाके में लगभग कहीं से भी ताबोर को देखेंगे, तो प्रभावित होने के अलावा आप कुछ और महसूस ही न करेंगे। (यिर्मयाह ४६:१८ से तुलना करें।) अपने इर्द-गिर्द के क्षेत्र में ताबोर पर्वत शानदार रूप से अकेला उठता है, और उसका कोन आकार सभी दिशाओं से पहचाना जा सकता है। यह उसके सामने दक्षिण की ओर स्थित समतल भूमि, उर्वर यिज्रेल की घाटी, से बहुत ऊँचा है, जो कि समुद्रतट को यरदन की घाटी से जोड़ती है।

उसके हल्के रूप से गोलाकार शिखर पर से, आप दक्षिण में यिज्रेल के नगर की ओर देख सकते हैं, जिस से शायद आप येहू का अहाब के राजमहल तक उन्मत्त रूप से घुड़सवारी करना और ईज़ेबेल का शर्मनाक अंत याद करेंगे। (१ राजा २१:१; २ राजा ९:१६-३३) पास में मगिद्दो है। पश्‍चिम की ओर आप कार्मेल पर्वत देख सकते हैं, जहाँ एलिय्याह ने अग्नि की परिक्षा आयोजित की थी। (१ राजा, अध्याय १८) ताबोर से आप वह जगह भी देख सकते हैं जहाँ कीशोन नदी समुन्दर की ओर बहती है, और क़रीब पाँच मील पश्‍चिम उत्तर-पश्‍चिम दिशा में निचले गलील की पहाड़ियों में नासरत स्थित है।

लेकिन ताबोर के ज़िक्र से कौनसा बाइबल वृत्तान्त मन में आ जाता है? संभवतः दबोरा और बाराक का वृत्तान्त। उनके समय में, हासोर के राजा, याबीन के अधीन कनानियों ने इस्राएल पर २० वर्ष तक अत्याचार किया था। फिर नबिया दबोरा ने बाराक को युद्ध करने के लिए प्रेरित किया। पारी से, उसने दस हज़ार इस्राएलियों को, मुख्य रूप से गलील में नप्ताली और जबूलून के गोत्रों के लोगों को उकसाया, और उन्हें ताबोर पर एकत्र करवाया। वे अपर्याप्त मात्रा से हथियारबंद थे, इसलिए कि इस्राएल में न ढाल थी और न ही बल्लम था।—न्यायियों ५:७-१७.

एक भयावह सेना ने उनके ख़िलाफ़ आक्रमण किया। याबीन का सेनापति सीसरा, ज़बरदस्त रूप से हथियारबंद कनानियों को यिज्रेल की घाटी में ले आया। वे कुछ कुछ उन हथियारबंद पुरुषों की तरह लगे होंगे, जो सामनेवाले पृष्ठ के ऊपर की दाँयी तरफ़ को सचित्रित, मिस्र की उस दीवारी नक़्क़ाशी में दिखाए गए हैं। मिस्र की युद्ध सामग्री का प्रभाव कनान देश में उपयोग होनेवाली युद्ध सामग्री पर पड़ा, जिस में सीसरा के अस्त्र-शस्त्रादि का सबसे ज़्यादा दहलानेवाला हिस्सा शामिल था—९०० युद्ध रथ!

वे कनानी रथ वास्तविक चलते-फिरते चबूतरे रहे होंगे, जिस पर से गोलाबारी की जा सकती थी। चालक ने शायद लगाम को अपनी कमर पर बाँध लिया होगा ताकि उसके हाथ हथियार को इस्तेमाल करने के लिए खाली रहें। या शायद उसने अपना ध्यान अपने चढ़ाई करनेवाले घोड़ों पर जमाया होगा जबकि किसी साथी ने हथियार का प्रयोग किया होगा। रथों के चाकों की नाभिटोपियों से लोहे के हँसुएँ बाहर की ओर बढ़ते थे। ताबोर से नीचे की ओर देखनेवाले बाराक के आदमियों को, इकट्ठा हुए रथ डरावने रूप से अनिरोध्य, अजेय लगे होंगे।

फिर भी, यहोवा ने बाराक को वचन दिया था: “मैं . . . सीसरा के रथों और भीड़भाड़ समेत कीशोन नदी तक तेरी ओर खींच ले आऊँगा।” सही क्षण पर, पराक्रमी इस्राएली ताबोर की एक ढाल से नीचे की ओर उतर पड़े।—न्यायियों ४:१-१४.

सिर्फ़ चौंका सकने के लिए अनुकूल परिस्थिति से ज़्यादा क़ीमती वह मदद थी, जो इस्राएल ने स्वर्ग से अपने शक्‍तिशाली परमेश्‍वर से पायी। दबोरा ने बाद में गाकर सुनाया: “आकाश की ओर से भी लड़ाई हुई, वरन ताराओं ने अपने अपने मण्डल से सीसरा से लड़ाई की। कीशोन नदी ने उनको बहा दिया . . . हे मन, तुमने ताक़त को रौंधा।” (न्यायियों ५:२०, २१; न्यू.व.) हाँ, हालाँकि अल्प रूप से हथियारबंद किन्तु बहादुर इस्राएलियों ने सशस्त्र कनानियों को भगा दिया, परमेश्‍वर ने ही वास्तविक परिणाम निश्‍चित किया। उसने सूखे नदी-तल में अचानक एक भारी सैलाब उत्पन्‍न किया, जिस से वे डरावने रथ गतिहीन कर दिए गए।

नीचे आप कीशोन नदी का एक हिस्सा देख सकते हैं। बारिश के मौसम में, यह अपने किनारों को प्लावित कर, पूरे क्षेत्र को एक दलदल बन सकती है। ऐसे कीचड़ से निकल भागने की कोशिश करने वाले कनानी युद्ध रथों की कल्पना कीजिए। कुछ भागनेवाले सिपाही या रथ, या दोनों, सिपाही और रथ प्रचण्ड सैलाब के पानी में बह गए। इस्राएल की जीत सेनापति सीसरा पर भी हुई, जो अपना रथ छोड़कर पैदल ही रणक्षेत्र से भाग निकला था। याएल नामक स्त्री के डेरे में शरण लेने के बाद, उस स्त्री ने बढ़िया समय चुनकर इस शत्रु को मौत के घाट उतार दिया।—न्यायियों ४:१७-२२.

इस प्रकार, दबोरा और अन्य कोई भी, जो ताबोर पर्वत की ऊँचाई से देख रहे हुए होंगे, उन के सामने इस्राएल के इतिहास का एक महत्त्वपूर्ण और विजयी अध्याय प्रकट हुआ।

[फुटनोट]

a १९९० कॅलैंडर ऑफ जेहोवाज़ विट्‌नेसिज़ में नक़शा और ताबोर की बड़ी, स्पष्ट तस्वीर देखें।

[पेज 22 पर चित्र का श्रेय]

Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.

[पेज 23 पर चित्रों का श्रेय]

Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.

Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.

Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.

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