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  • “सुसमाचारक का काम कर”
  • प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1995
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प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1995
w95 12/1 पेज 8

राज्य उद्‌घोषक रिपोर्ट करते हैं

“सुसमाचारक का काम कर”

सुसमाचारक होने का क्या अर्थ है? यह शब्द यूनानी यूएजॆलिस्टस्‌ से आता है, जो यूएजॆलिऑन से नज़दीकी से सम्बन्धित है, जिसका अर्थ है “सुसमाचार।” अतः, एक सुसमाचारक, सुसमाचार का प्रचारक, या संदेशवाहक है।

सभी सच्चे मसीही सुसमाचारक हैं क्योंकि वे परमेश्‍वर के राज्य के बारे में सुसमाचार की उद्‌घोषणा करते हैं। उचित ही, प्रेरित पौलुस ने तीमुथियुस को ‘सुसमाचारक का काम करने’ की सलाह दी। तीमुथियुस को इस कार्य को गंभीरतापूर्वक लेना था। पौलुस ने उससे ‘सब बातों में सावधान रहने और अपनी सेवा को पूरा करने’ का आग्रह किया।—२ तीमुथियुस ४:५, NW.

सुसमाचारकों के नाते, हम भी अपनी सेवकाई को गंभीरतापूर्वक लेते हैं और हर अवसर पर सुसमाचार बाँटने के लिए ‘सावधान रहते’ या सचेत रहते हैं। इस प्रकार, यहोवा के साक्षियों द्वारा अनौपचारिक गवाही के माध्यम से सम्पर्क किए जाने के द्वारा अनेक लोग यहोवा और उसकी प्रतिज्ञाओं को जान गए हैं। बारबडोस के एक पुरुष, सीमोर के साथ यही हुआ।

सीमोर सार्वजनिक-स्कूल में एक शिक्षक थे। चार्ल्स्‌, उसी स्कूल के एक अंशकालिक शिक्षक और एक यहोवा के साक्षी, एक सचेत सुसमाचारक थे। वे एक पूर्ण-समय के सेवक, या पायनियर थे, और हर अवसर का दूसरों के साथ सुसमाचार बाँटने के लिए इस्तेमाल करते थे। चार्ल्स्‌ की अनौपचारिक गवाही द्वारा ही सीमोर ने राज्य संदेश को पहली बार सुना।

जल्द ही, सीमोर भी बाइबल सच्चाइयों को जितना हो सके उतने लोगों के साथ बाँटने के लिए कृत-संकल्प थे। सो उन्होंने अपने कार्य-स्थल के लोगों के साथ अनौपचारिक वार्तालाप शुरू किए, विशेषकर अपने विद्यार्थियों के साथ। हालाँकि कुछ देशों में धर्म को सार्वजनिक-स्कूलों से बाहर रखा जाना है, इस पुरुष को धार्मिक और नैतिक मूल्यों को सिखाने के लिए नियुक्‍त किया गया था। लेकिन अब सीमोर के नव-प्राप्त बाइबल ज्ञान ने इन मामलों पर उसके पुराने दृष्टिकोण की जगह ले ली थी। सो मध्यावकाशों के दौरान, उन्होंने अपने विद्यार्थियों के साथ एक नए संसार की परमेश्‍वर की प्रतिज्ञा और अनन्त जीवन की प्रत्याशा के बारे में बातें की।

बच्चों ने कैसी प्रतिक्रिया दिखायी? अनेक बच्चों ने यहोवा के राज्य के सुसमाचार में वास्तविक दिलचस्पी दिखायी। कुछ समय बाद, सीमोर ने अपने १३ विद्यार्थियों के साथ बाइबल अध्ययन संचालित करना शुरू किया। उनकी दिलचस्पी इतनी ज़्यादा थी कि उन्होंने बाइबल का अध्ययन सप्ताह में दो बार करने का प्रबन्ध किया। आख़िरकार उनमें से अधिकांश बच्चों ने यहोवा के साक्षियों के स्थानीय राज्यगृह में मसीही सभाओं में उपस्थित होना शुरू किया। अब तक उनमें से नौ बच्चे यहोवा के समर्पित और बपतिस्मा-प्राप्त साक्षी बन चुके हैं। जहाँ तक सीमोर का सवाल है, वे अब बारबडोस में यहोवा के साक्षियों की एक कलीसिया में एक नियमित पायनियर और एक प्राचीन के रूप में सेवा करने के द्वारा अपनी सेवकाई को अच्छी तरह पूरा करते हैं।

यह केवल एक उदाहरण है कि कैसे यहोवा के साक्षी संसार-भर में, अंशतः अनौपचारिक गवाही में भाग लेने के द्वारा ‘सुसमाचारक का काम करते हैं।’ वे कुलुस्सियों ४:५, ६ में पायी जानेवाली बाइबल की सलाह का पालन करते हैं, जो कहती है: “अवसर को बहुमूल्य समझकर बाहरवालों के साथ बुद्धिमानी से बर्ताव करो। तुम्हारा वचन सदा अनुग्रह सहित और सलोना हो, कि तुम्हें हर मनुष्य को उचित रीति से उत्तर देना आ जाए।”

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