१९९६ “ईश्वरीय शान्ति के संदेशवाहक” अधिवेशन
प्राचीन समय में यहोवा के लोग साल में तीन प्रमुख उत्सव मनाते थे। उसी प्रकार, आधुनिक समय में यहोवा के नामधारी लोग साल में तीन बार उत्सव-रूपी अवसरों के लिए मिलते हैं। वे एक-दिवसीय ख़ास सम्मेलन दिन, दो-दिवसीय सर्किट सम्मेलन, और तीन- या चार-दिवसीय ज़िला अधिवेशन के लिए इकट्ठे होने का आनन्द लेते हैं। इस साल, ज़िला अधिवेशन का मूल-विषय है “ईश्वरीय शान्ति के संदेशवाहक।”
यह मूल-विषय कितना उपयुक्त है! हमारा परमेश्वर, यहोवा “शान्ति का परमेश्वर” है, जी हाँ, वह “परमेश्वर जो शान्ति का सोता है।” हमारा अगुवा, यीशु मसीह “शान्ति का राजकुमार” है, और जो संदेश यहोवा के सेवक लाते हैं वह ईश्वरीय शान्ति का संदेश है। (फिलिप्पियों ४:९; रोमियों १५:३३; यशायाह ९:६; नहूम १:१५) एक उत्तम अधिवेशन कार्यक्रम का प्रबन्ध किया गया है जो सभी को ईश्वरीय शान्ति के महत्त्व का और पूरी तरह से मूल्यांकन करने में मदद देगा।
इस साल भारत में ही १५ अधिवेशन होंगे। संभवतः, एक अधिवेशन आपके आस-पास होगा। क्यों न अपने अड़ोस-पड़ोस में यहोवा के साक्षियों से इसके सही समय और स्थान के बारे में पूछें और फिर उपस्थित होने के लिए योजना बनाएँ? उन सभी का हार्दिक स्वागत किया जाएगा जो वास्तविक, स्थायी शान्ति में रुचि रखते हैं।