लाखों जा रहे हैं—और आप?
कहाँ जा रहे हैं? यीशु मसीह की मृत्यु के वार्षिक अनुपालन के लिए। १९९६ में, संसार भर में कुल १,२९,२१,९३३ लोग उपस्थित हुए।
लोग क्यों जाते हैं? मानवजाति के लिए यीशु की मृत्यु का जो महत्त्व है, उसके कारण। इसका अर्थ है बीमारी, दुःख, और मृत्यु से छुटकारा। यहाँ तक की एक परादीस के रूप में पुनःस्थापित पृथ्वी पर मृत प्रियजन भी पुनरुत्थित किए जाएँगे।
यीशु मसीह की मृत्यु ऐसी आशीषें कैसे ला सकती है? यह पता लगाने के लिए आप आमंत्रित हैं। इस महत्त्वपूर्ण अवसर पर उनसे मिलने के लिए यहोवा के साक्षी आपका स्वागत करते हैं।
आपके घर के नज़दीकी राज्यगृह में उपस्थित होइए। इस साल तारीख़ है रविवार, मार्च २३, सूर्यास्त के बाद। सही समय का पता करने के लिए स्थानीय तौर पर यहोवा के साक्षियों से पूछिए।