‘हमें ईमानदार लोगों की ज़रूरत है’
आज के संसार में ईमानदारी का अभाव है। लेकिन, मसीहियों के लिए यह एक मूल माँग है। पौलुस ने लिखा: “हम सब बातों में अच्छी चाल चलना चाहते हैं।” (इब्रानियों १३:१८) फ़ाएन्ज़ा, इटली में वीलमा नामक एक यहोवा की साक्षी यही करना चाहती थी।
अख़बार ईल रॆस्टो डॆल कार्लीनो बताता है कि जब उसे अपने नगर के एक सुपर बाज़ार के बाहर एक बटुआ मिला जिसमें बहुत पैसे थे, तब उसने वह बटुआ “हिचकिचाहट के बिना” पुलिस को दे दिया ताकि वह उसके मालिक को लौटाया जा सके।
जब महापौर ने इसके बारे में सुना, तब उसने तुरन्त वीलमा को एक संक्षिप्त धन्यवाद-पत्र भेजा। “नगर के नाम से”, उसने लिखा, “मैं इस भले कार्य के लिए हृदय से आपका धन्यवाद करता हूँ। हमारे विख्यात नगर फ़ाएन्ज़ा को भले और ईमानदार लोगों की ज़रूरत है।”
भले कार्यों की बड़ाई होती है या नहीं, हमें हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि ईमानदार रहें। जैसे पवित्र शास्त्र प्रबोधन देता है, “जो बातें केवल प्रभु ही के निकट नहीं, परन्तु मनुष्यों के निकट भी भली हैं हम उन की चिन्ता करते हैं।”—२ कुरिन्थियों ८:२१.