“लबानोन के विशाल देवदार वृक्ष की तरह”
लबानोन के सुंदर पहाड़ों पर ऐसे पेड़ फलते-फूलते हैं जिन्हें अर्ज़ अर-रब कहा जाता है, जिसका मतलब है “प्रभु के देवदार।” किसी ज़माने में इन बड़े-बड़े सदाबहार पेड़ों से ये पहाड़ ढके हुए थे। बाइबल में किसी और पेड़ का नाम इतनी बार नहीं आया जितना कि देवदारों के पेड़ों का। लगभग ७० बार इनका ज़िक्र होता है।
लबानोन के विशाल देवदारों का वर्णन करने के लिए बाइबल “मनोहर” और “उत्तम” शब्दों का इस्तेमाल करती है। (श्रेष्ठगीत ५:१५; यहेजकेल १७:२३) देवदार के आकार और उसकी लकड़ी के टिकाऊ होने की वज़ह से यह एक लंबे अरसे से घर और जहाज़ बनाने साथ ही फर्नीचर बनाने के काम आता रहा है। देवदार की लकड़ी की खुशबू और आग जैसा उसका लाल रंग बहुत ही आकर्षक होता है। इस लकड़ी में राल की मात्रा अधिक होने की वज़ह से यह जल्दी नहीं सड़ती न ही इसमें आसानी से कीड़े लगते हैं। ये पेड़ बहुत ही ऊँचे और विशाल होते हैं, वे ३७ मीटर की ऊँचाई तक बढ़ सकते हैं और उनका घेरा १२ मीटर तक होता है और उनकी जड़ें गहरी और मज़बूत होती हैं। यह कोई ताज्जुब की बात नहीं कि कई आधुनिक वनरक्षक इन्हें “पेड़ों का राजा” कहते हैं!
बाइबल लेखक यहेजकेल ने मसीहा के बारे में भविष्यवाणी में उसकी तुलना देवदार की एक कोमल टहनी से की है जिसे खुद परमेश्वर लगाता है। (यहेजकेल १७:२२) दरअसल, “देवदार” के लिए जिस इब्रानी शब्द का इस्तेमाल हुआ है उसका मतलब है “टिके रहना।” आज मसीहा यानी यीशु के चेलों को भी लंबे, मज़बूत देवदार की तरह ‘विश्वास में स्थिर रहना और बलवन्त होते जाना है।’ (१ कुरिन्थियों १६:१३) यह कैसे किया जा सकता है? दुनियावी बातों के असर का दृढ़ता से विरोध करने से और खराई और ईश्वरीय भक्ति के रास्ते पर चलते वक्त अंत तक धीरज धरने से। ऐसा करनेवालों के बारे में बाइबल में कहा गया है कि ‘सज्जन लोग तो लबानोन के विशाल देवदार वृक्ष की तरह हैं।’—भजन ९२:१२, Easy-to-Read Version.