परमेश्वर के नाम को वापस अपनी जगह डालना
“कई सालोंसे या शायद सदियों से ही बाइबल से यहोवा का नाम निकाल दिया गया है, लेकिन आज उसके साक्षियों का ही एकमात्र ऐसा मसीही धर्म है जिसने वाद-विवाद के बावजूद चतुर्वर्णीa को उसकी सही जगह पर फिर से डाल दिया है।”
ये शब्द जेओवा देन्त्रू दू जूदाइस्मू ई दू क्रीस्तिआनीस्मू (यहूदी और मसीही धर्म में यहोवा) किताब से लिये गये हैं जिसके लेखक हैं ब्राज़ील देश के आसीस ब्राज़ील। लेकिन, सवाल उठाया जा सकता है कि हालाँकि कुछ बाइबल के अनुवादों में एक न एक रूप में परमेश्वर का नाम इस्तेमाल किया गया है तो फिर दूसरे धर्मों ने क्यों अपनी बाइबल से उसका नाम निकाल दिया? ब्राज़ील कहते हैं, “परमेश्वर का नाम अंधविश्वास . . . या किसी दूसरी वज़ह से या फिर यीशु और उसकी माता मरियम के नाम को ज़्यादा महिमा देने की इच्छा से निकाल दिया गया था।”
लेकिन, जैसा कि श्रीमान ब्राज़ील सही कहते हैं: “अब पुर्तगाली भाषा की न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन ऑफ द होली स्क्रिपचर्स में [ईश्वरीय] नाम को बहाल कर दिया गया है।” वह कैसे? वह ऐसे कि इस बाइबल में यहोवा नाम को उसकी सही जगह पर फिर से डाल दिया गया है। नाम यहोवा न्यू वर्ल्ड ट्रांस्लेशन में ७,२०० से भी ज़्यादा बार आता है।
यह अनुवाद आज की पुर्तगाली भाषा में शाब्दिक अनुवाद है। इसके रिलीज़ होने के बाद से अब तक पैंसठ लाख कॉपियाँ बाँटी जा चुकी हैं। ब्राज़ील के अखबार, दिआरियू दू नोर्देस्ती (दक्षिणपूर्वी दैनिक) के एक पत्रकार ने पूछा, “क्या आपको मालूम था कि परमेश्वर का एक नाम है?” इस आधुनिक बाइबल अनुवाद की बदौलत लाखों लोग अब कह सकते हैं, “हाँ, मालूम है। परमेश्वर का नाम है, यहोवा।”
[फुटनोट]
a इब्रानी भाषा में परमेश्वर का नाम יהוה इस तरह लिखा गया है। इन चार अक्षरों को (जिन्हें दाएँ से बाएँ पढ़ा जाना है) आमतौर पर चतुर्वर्णी कहा जाता है।