‘आपका बेहद कीमती तोहफा’
ये शब्द बेलजियम के भूतपूर्व प्रधानमंत्री ने किताब, वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहाa के बारे में कहे थे। उन्हें यह किताब अपने एक पड़ोसी से मिली थी, जो एक दिन उनसे मिलने आया था। बाद में, एक खत में उन्होंने इस पड़ोसी का धन्यवाद करते हुए कहा: “आप मुझसे मिलने आए, मुझे सचमुच बहुत अच्छा लगा। मगर उससे भी बढ़कर मुझे आपका यह बेहद कीमती तोहफा, यानी ‘सर्वश्रेष्ठ मनुष्य’ पर लिखी यह किताब अच्छी लगी।”
भूतपूर्व प्रधानमंत्री ने इस किताब को पढ़ा था और उनका कहना था: “अगर लोग सुसमाचार की किताबों में दिए पैगाम में दिलचस्पी लें और यीशु मसीह के बताए सिद्धांतों पर चलें, तो इस दुनिया की तो कायापलट हो जाएगी। फिर हमें न तो कभी सुरक्षा परिषद् [शांति बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र की संस्था] की ज़रूरत पड़ेगी और ना कभी आतंकवादी हमले होंगे। इतना ही नहीं, दुनिया में खून-खराबे पर भी पाबंदी लग जाएगी।” हालाँकि उन्होंने कबूल किया कि ऐसे हालात की उम्मीद करना महज़ एक कोरी कल्पना है, मगर उन्होंने अपने पड़ोसी की मुलाकात के लिए उसकी सराहना की।
खत में उन्होंने आगे लिखा: “आप एक लाजवाब समूह से जुड़े हुए हैं, जिसके लोग न तो आशावादी हैं और ना ही निराशावादी, मगर सुधारवादी हैं। मेरा मतलब आप लोग विश्वास करते हैं कि इंसानों और दुनिया के हालात में सुधार लाने के लिए कदम उठाना ज़रूरी है।”
यहोवा के साक्षी विश्वास करते हैं कि इंसान नहीं, मगर खुद परमेश्वर बहुत जल्द एक बेहतर दुनिया लाएगा। वे सर्वश्रेष्ठ मनुष्य, यीशु मसीह की मिसाल पर चलने की कोशिश करते हैं। क्या यहोवा के साक्षियों ने हाल ही में आपसे मुलाकात की है? हो सकता है, आपको उनके साथ सर्वश्रेष्ठ मनुष्य, यीशु के बारे में चर्चा करने में मज़ा आए। और उन्हें भी आपको यह किताब देने में बहुत खुशी होगी, एक ऐसी किताब जिसने बेलजियम के भूतपूर्व प्रधानमंत्री पर गहरा असर किया था।
[फुटनोट]
a इसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है।