परमेश्वर के वचन से सीखिए
आप सच्चे धर्म की पहचान कैसे कर सकते हैं?
इस लेख में कुछ ऐसे सवाल दिए गए हैं, जो शायद आपके मन में कभी उठे हों। इसमें बताया गया है कि आप इनके जवाब बाइबल में कहाँ पा सकते हैं। यहोवा के साक्षियों को आपके साथ इन सवालों पर चर्चा करने में खुशी होगी।
1. क्या सिर्फ एक ही धर्म सच्चा धर्म हो सकता है?
यीशु ने अपने चेलों को सिर्फ एक धर्म यानी सच्चे धर्म के बारे में सिखाया। यह एक रास्ते की तरह है, जो जीवन की ओर ले जाता है। उस रास्ते के बारे में यीशु ने कहा: “उसे पानेवाले थोड़े हैं।” (मत्ती 7:14) परमेश्वर सिर्फ उस उपासना को स्वीकार करता है जो उसके सच्चे वचन पर आधारित होती है। सभी सच्चे उपासक एकता के बंधन में बंधे हैं, क्योंकि उनका विश्वास एक है।—यूहन्ना 4:23, 24; 14:6; इफिसियों 4:4, 5 पढ़िए।
2. मसीही होने का दावा करनेवाले इतने सारे धर्म क्यों हैं?
झूठे भविष्यवक्ताओं ने मसीहियत को भ्रष्ट कर डाला है और अपने फायदे के लिए इसका इस्तेमाल किया है। यीशु ने भविष्यवाणी की थी कि झूठे भविष्यवक्ता उसकी ‘भेड़’ होने का दिखावा करेंगे, लेकिन असल में वे भूखे भेड़िये होंगे। (मत्ती 7:13-15, 21, 23) झूठी मसीहियत खासकर यीशु के प्रेषितों की मौत के बाद शुरू हुई।—प्रेषितों 20:29, 30 पढ़िए।
3. सच्ची उपासना की कुछ खासियतें क्या हैं?
सच्चे उपासक बाइबल को परमेश्वर का वचन मानकर इसकी इज़्ज़त करते हैं। वे इसमें दिए सिद्धांतों के मुताबिक जीने की कोशिश करते हैं। इसलिए सच्चा धर्म इंसानों के सोच-विचारों पर आधारित धर्म से अलग होता है। (मत्ती 15:7-9) सच्चे उपासकों की कथनी और करनी में फर्क नहीं होता।—यूहन्ना 17:17; 2 तीमुथियुस 3:16, 17 पढ़िए।
सच्चा धर्म, परमेश्वर के नाम यहोवा का आदर करता है। यीशु ने लोगों को परमेश्वर के नाम के बारे में बताया। उसने लोगों को परमेश्वर के बारे में जानने में मदद दी और उन्हें सिखाया कि उन्हें परमेश्वर का नाम पवित्र करने के बारे में प्रार्थना करनी चाहिए। (मत्ती 6:9) आप जहाँ रहते हैं, वहाँ कौन-सा धर्म परमेश्वर का नाम लेने का बढ़ावा देता है?—यूहन्ना 17:26; रोमियों 10:13, 14 पढ़िए।
4. आप सच्चे उपासकों को कैसे पहचान सकते हैं?
सच्चे मसीही, लोगों को परमेश्वर के राज के बारे में बताते हैं। परमेश्वर ने यीशु को राज का ऐलान करने के लिए भेजा। परमेश्वर का राज मानवजाति के लिए एकमात्र आशा है। यीशु ने अपनी मौत तक लोगों को राज के बारे में बताया। (लूका 4:43; 8:1; 23:42, 43) उसने अपने चेलों को परमेश्वर के राज का ऐलान करने की आज्ञा दी। अगर कोई आपसे परमेश्वर के राज के बारे में बात करने के लिए आता है, तो आपके हिसाब से वह किस धर्म का होगा?—मत्ती 10:7; 24:14 पढ़िए।
यीशु के चेले इस दुष्ट दुनिया का हिस्सा नहीं हैं। वे राजनैतिक मामलों या सामाजिक झगड़ों में बिलकुल शामिल नहीं होते। (यूहन्ना 17:16) इसके अलावा वे दुनिया के उन कामों और रवैयों को नहीं अपनाते, जिनसे किसी को नुकसान हो।—याकूब 1:27; 4:4 पढ़िए।
5. सच्ची मसीहियत की सबसे खास निशानी क्या है?
सच्चे मसीहियों का आपस का प्यार बेमिसाल है। परमेश्वर के वचन से वे सीखते हैं कि उन्हें सभी जातियों के लोगों की इज़्ज़त करनी चाहिए। हालाँकि झूठा धर्म अकसर युद्ध को समर्थन देता है, लेकिन सच्चे मसीही ऐसा करने से इनकार करते हैं। (मीका 4:1-4) सच्चे धर्म के सदस्य बिना किसी स्वार्थ के अपना समय और साधन दूसरों की मदद और हौसला-अफज़ाई करने में लगाते हैं।—यूहन्ना 13:34, 35; 1 यूहन्ना 4:20, 21 पढ़िए।
आपकी नज़र में कौन-सा ऐसा समूह है जिसकी सारी शिक्षाएँ परमेश्वर के वचन पर आधारित हैं, जो परमेश्वर के नाम की इज़्ज़त करता है और यह ऐलान करता है कि परमेश्वर का राज ही मानवजाति के लिए एकमात्र आशा है? कौन-सा समूह एक-दूसरे के लिए प्यार दिखाता है और युद्ध का समर्थन नहीं करता? सबूत यहोवा के साक्षियों की ओर इशारा करते हैं।—1 यूहन्ना 3:10-12. (w11-E 08/01)
ज़्यादा जानकारी के लिए, बाइबल असल में क्या सिखाती है? इस किताब का अध्याय 15 देखिए। इसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है।
[पेज 16 पर तसवीर]
“वे परमेश्वर को जानने का सरेआम दावा तो करते हैं, मगर अपने कामों से उससे इनकार करते हैं।”—तीतुस 1:16.