सुसमाचार की भेंट घर-घर के कार्य में विविधता के साथ
यहोवा की सृष्टि में अधिक मात्रा में विविधता देखी जा सकती है, है ना? भजनकार ने घोषित किया: “हे यहोवा, तेरे काम अनगिनत हैं! इन सब वस्तुओं को तू ने बुद्धि से बनाया है; पृथ्वी तेरी सम्पत्ति से परिपूर्ण है।” (भजन १०४:२४) उस सुसमाचार के भी कई पहलू हैं, जिसका प्रचार करने का आदेश उन्होंने हमें दिया है। क्या आप यथासंभव ज़्यादा से ज़्यादा लोगों से मुलाक़ात करने के लिए अपनी घर-घर की सेवकाई में विविधता का प्रयोग कर रहे हैं?
२ पत्रिका दिन पर: सोसाइटी हर एक को प्रत्येक शनिवार को पत्रिका कार्य में हिस्सा लेने का प्रोत्साहन देती है। वार्तालाप के विषय का प्रयोग करने के बजाय, ३० से ६०-सेकंद का प्रस्तुतीकरण करना, और बस एक ही लेख पर विशेष बल देना, और फिर दोनों पत्रिकाओं को ५ रुपए में पेश करना उचित है। अगर गृहस्थ सवाल करता है, या साधारण से ज़्यादा दिलचस्पी दिखाता है, जो यह महसूस करने की कोई ज़रूरत नहीं कि हमें जल्द से जल्द अगले दरवाज़े पर खटखटाना चाहिए।
३ जहाँ तक वॉचटावर और अवेक! का सवाल है, उन में विविधता की कोई कमी नहीं है। अक्सर, सेवा की सभा का पहला भाग लेनेवाला भाई नयी पत्रिकाओं में से बातचीत करने के मुद्दों को पेश करेगा। ध्यान दीजिए; और जो सुझाव आप शायद प्रयोग में लाएँगे, उन्हें नोट कर लीजिए। अगर सेवा की सभा में एक निदर्शन हो, तो ग़ौर कीजिए कि इसे किस तरह किया जाता है, उसको अभ्यास कीजिए और फिर शनिवार को क्षेत्र में इसे प्रयोग में लाइए। अगर आप पाते हैं कि आपको अच्छी प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है, तो किसी दूसरे लेख को चुनिए, जिसे आप विशिष्ट कर सकते हैं। हर एक अंक में कई विषय हैं जो विविध रुचि रखनेवाले लोगों को आकर्षित करने के लिए रचे गए हैं। दोनों पत्रिकाओं में छपे लेखों से वाक़िफ़ होने से, अपने प्रस्तुतीकरण को गृहस्थ की रुचि के अनुकूल बनाना आसान होगा।
४ अपनी प्रस्तावना में हेर-फेर करें: अन्य समय वार्तालाप के विषय को प्रचलित साहित्य भेंट के साथ इस्तेमाल किया जाना चाहिए। समय-समय पर हमारी राज्य सेवा में एक अलग वार्तालाप का विषय सुझाया जाता है। नए लोगों को प्रशिक्षित करते समय, एक सरल प्रस्तुतीकरण में वार्तालाप के विषय को इस्तेमाल करना सबसे बेहतर है। बहरहाल, अन्य मौक़ों पर अपनी प्रस्तावना में हेर-फेर करना शायद अच्छा होगा। क्या आपने अपने प्रस्तुतीकरण को शुरू करने की कोशिश में किसी ट्रैक्ट या हैंडबिल् को एक बातचीत प्रवर्तक के तौर से पेश किया है?
५ बेशक रीज़निंग किताब में ऐसी कुछ प्रस्तावनाएँ हैं, जिनका प्रयोग आपने अभी तक नहीं किया। उदाहरण के लिए, पृष्ट १०-११ पर ऐसी प्रस्तावनाएँ सुझायी गयी हैं जो प्रचलित घटनाओं पर आधारित हैं। और, जुलाई १५, १९८८ के वॉचटावर अंक के पृष्ठ १५-२० पर दिए गए उत्तम सुझावों को न भूलिए। पृष्ठ १९, परिच्छेद १६, में दिए गए कुछेक सुविचारित सवालों को प्रयोग कीजिए, यह निश्चित करते हुए कि आप गृहस्थ को अपना मत व्यक्त करने देते हैं।
६ हमारे क्षेत्र में रहनेवाले लोग अलग-अलग पृष्ठभूमि से आनेवाले और परिस्थितियों में रहनेवाले लोग हैं। दूसरों के हित की परवाह होने के कारण, हमें सुननेवाले हर व्यक्ति को आकर्षित करने के लिए अपनी प्रस्तावना में हेर-फेर करना चाहिए। (१ कुरि. ९:१९-२३) अपनी घर-घर की सेवकाई में विविधता का प्रयोग करने से हमें ‘अपने और अपने सुननेवालों के उद्धार का कारण’ होने में मदद होगी।—१ तीमु. ४:१६.