घोषणाएँ
▪साहित्य भेंट: मार्च: यंग पीपल आस्क किताब २० रुपए में। जिन भाषाओं में यह उपलब्ध नहीं है, सर्वदा जीवित रहना किताब २० रुपए में। (बड़ा संस्करण ४० रुपए.) अप्रैल और मई: प्रहरीदुर्ग अभिदान। अर्धमासिक संस्करणों के लिए वार्षिक अभिदान ६० रुपए है। अर्धमासिक संस्करणों के लिए अर्धवार्षिक अभिदान और मासिक संस्करणों के लिए वार्षिक अभिदान ३० रुपए है। (मासिक संस्करणों के लिए अर्धवार्षिक अभिदान नहीं होता है.) जून: वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहा ४० रुपए में।
सूचना: जिन कलीसियाओं ने अभी तक उपरोक्त अभियान वस्तुओं का आर्डर नहीं किया है, उन्हें अपने अगले लिट्रेचर आर्डर फॉर्म (Literature Order Form) [S-14] पर ऐसा करना चाहिए।
▪ प्रिसाइडिंग ओवरसियर या उसके द्वारा नियुक्त किसी भाई को कलीसिया की लेखा-परीक्षा मार्च १ या उसके बाद यथाशीघ्र करनी चाहिए। ऐसा किए जाने पर कलीसिया में घोषणा कीजिए।
▪ सभी कलीसियाओं को संबोधित सोसाइटी के फरवरी १४, १९९२ दिनांकित पत्र में मिशनरियों को उनके स्वदेश जाकर इस साल के किसी एक ज़िला सम्मेलन में उपस्थित होने में मदद करने के लिए एक १९९३ सम्मेलन निधि की घोषणा की गयी थी। सोसाइटी को इस १९९३ सम्मेलन निधि के लिए अंशदान भेजने का आख़री महीना मार्च होगा। इस इंतज़ाम के लिए आपके उदार समर्थन की बहुत ही क़दर की जाती है।
▪ मई १०, १९९३ के सप्ताह की शुरूआत से वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहा पुस्तक को कलीसिया पुस्तक अध्ययन में विचार किया जाएगा, इसलिए सही समय पर इसे प्राप्त करने के लिए कलीसियाओं को अभी से ही अपने आर्डर देने चाहिए। इस समय यह पुस्तक अँग्रेज़ी, गुजराती और मलयालम में उपलब्ध है।
▪ भारत में आयोजित ३० “ज्योति वाहक” ज़िला सम्मेलनों के लिए कुल २०,६९७ व्यक्ति उपस्थित थे। इन सम्मेलनों में कुल मिलाकर ७१९ व्यक्तियों ने बपतिस्मा लिया।
▪ सोसाइटी से अब ‘चिकित्सीय दस्तावेज़’ [‘Medical Document’ (md)] के लिए प्लास्टिक होल्डर आर्डर किए जा सकते हैं। ये पायनियर और प्रकाशक को १.५० रुपए के अंशदान पर उपलब्ध किए जाएँगे।