यहोवा के पहलौठे का स्वागत कीजिए!
रविवार, निसान ९, सा.यु. ३३ के दिन, एक बड़ी भीड़ ने अपने हाथों में ख़जूर की डालियाँ लिए यहोवा के पहलौठे पुत्र, प्रभु यीशु मसीह का, “राजा, जो प्रभु के नाम से आता है” के तौर पर स्वागत किया। (लूका १९:३८; इब्रा. १:६) सोमवार और मंगलवार, निसान १० और ११ के दिन, यीशु अपनी जन सेवकाई में अत्यधिक व्यस्त था, जिसने उसके पार्थिव जीवन के उन आख़िरी दिनों को अत्यधिक व्यस्त रखा।
२ आज, उससे भी बड़ी भीड़ अपने हाथ में लाक्षणिक ख़जूर की डालियाँ लिए ऊँची आवाज़ में पुकार रही है: “उद्धार के लिये हमारे परमेश्वर का जो सिंहासन पर बैठा है, और मेम्ने का जय-जय-कार हो।” (प्रका. ७:९, १०) मार्च २६ के दिन, हम मसीह की मृत्यु के स्मारक को मनाने के लिए इकट्ठे होंगे। जैसे जैसे यह तारीख़ क़रीब आती है, क्या हम सेवकाई में अपने प्रयासों को बढ़ा सकते हैं और इस प्रकार स्तुति की इस विश्वव्यापी पुकार को बढ़ा सकते हैं?
३ क्षेत्र कार्यवाही को बढ़ाइए: अनेक प्रकाशक मार्च के दौरान सहायक पायनियरों के तौर पर पहले ही नाम दे चुके हैं। क्या आप उनके साथ होना चाहेंगे? यदि हाँ, तो बिना देर किए अपना निवेदन-पत्र दे दीजिए। यदि इस कार्य के बारे में आपके कोई सवाल हैं तो उनका जवाब देने में किसी भी प्राचीन को ख़ुशी होगी।
४ चाहे आप एक सहायक पायनियर के तौर पर सेवा कर सकें या नहीं, आप मार्च के दौरान सेवकाई में पूरा हिस्सा लेना चाहेंगे। उस महीने के दौरान शायद कलीसिया प्रत्येक दिन समूह गवाही का प्रबंध करने में समर्थ हो। उस उद्देश्य के लिए पर्याप्त क्षेत्र अलग रखा जाना चाहिए।
५ सभी कलीसियाओं को शनिवार, मार्च २६ के दिन क्षेत्र सेवा के लिए एक विशेष सभा का प्रबंध करना चाहिए। हालाँकि स्मारक की तैयारी में काफ़ी कुछ करने को है, यह सिफ़ारिश की जाती है कि प्रत्येक व्यक्ति जो ऐसा कर सकता है शनिवार सुबह क्षेत्र सेवकाई में शामिल हो। घर-घर में कार्य करने के अतिरिक्त, निश्चित कीजिए कि जिन्हें आपने स्मारक में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित किया है उनके पास वाहन-व्यवस्था है और कि सभा का समय और स्थान स्पष्ट रूप से उनके मन में है।
६ अन्य लोगों को आमंत्रित और प्रोत्साहित कीजिए: यीशु ने अपने अनुयायियों को आज्ञा दी: “मेरे स्मरण के लिये यही किया करो।” (१ कुरि. ११:२४) जैसे यीशु के अभिषिक्त पदचिह्न अनुयायी उस आज्ञा को मानते हैं, यहोवा के प्रत्येक सेवक को स्मारक समारोह के लिए उपस्थित होने और मनाने के लिए आमंत्रित किया जाता है। अन्य लोगों में, आपको बाइबल विद्यार्थियों, रिश्तेदारों, वे जिनके साथ आपने बाइबल चर्चाएँ की हैं, अविश्वासी साथी, और लौकिक काम में जिन लोगों से आप परिचित हैं उनको आमंत्रित करना चाहिए। एक सूची बनाइए ताकि किसी को नज़रअंदाज़ नहीं किया जाए।
७ स्वयं स्मारक में ही दिलचस्पी दिखानेवाले व्यक्तियों को प्रोत्साहित करने के लिए अतिरिक्त अवसर होंगे। निश्चित कीजिए कि जल्दी पहुँचें ताकि आप नए जनों का अभिवादन कर सकें जो पहली बार उपस्थित हो रहे हैं। यदि आपके अनेक बाइबल विद्यार्थी उपस्थित होते हैं, तो सभा के दौरान एक अन्य प्रकाशक का उनमें से कुछ के साथ बैठना व्यावहारिक होगा। नए आनेवालों को कलीसिया की नियमित जन सभा में उपस्थित होने के लिए आमंत्रित कीजिए। जन भाषण को प्रस्तुत करने के लिए चुने गए प्राचीन को एक प्रोत्साहक भाषण देने के लिए अच्छी तरह तैयार होना चाहिए।
८ स्मारक समारोह की समाप्ति पर, जैसे हम गीत १०५, “यहोवा के पहलौठे का स्वागत कीजिए!,” को गाने में अपनी आवाज़ें मिलाएँगे, ऐसा हो कि हम यहोवा की स्तुति में ईश्वरशासित कार्यवाही के एक उत्साहपूर्ण महीने को संतुष्टि के साथ याद करने में समर्थ हों!