दूसरों के साथ कार्य करने से प्राप्त होनेवाली आशिषें
क्या आप महसूस करते हैं कि सेवकाई में दूसरों के साथ कार्य करने से लाभ हैं जिनका आनन्द उठाया जा सकता है? यीशु ऐसा महसूस करता था। हालाँकि फ़सल बहुत थी और मज़दूर थोड़े थे, उसने क्षेत्र में ७० शिष्यों को “दो दो” करके भेजा। “जिस जिस नगर और जगह को वह आप जाने पर था” वहाँ प्रचार करने में उन सब ने क्या ही लाभप्रद समय बिताया!—लूका १०:१, १७; मत्ती ९:३७.
२ दूसरों के साथ कार्य करना प्रोत्साहक है। हममें से कुछ लोग शर्मीले हैं और अजनबियों के साथ बात करना कठिन पाते हैं। किसी अन्य व्यक्ति का हमारे साथ होना शायद हमें परमेश्वर के वचन को निडरता से बोलने का आत्मविश्वास दे सके। जब हमारे संग कोई होता है, तब जिस तरह से हमें प्रशिक्षित किया गया है उस तरह से कार्य करना हमारे लिए ज़्यादा आसान हो सकता है। (नीति. २७:१७) एक बुद्धिमान व्यक्ति ने कहा: “एक से दो अच्छे हैं।”—सभो. ४:९.
३ तरह-तरह के प्रकाशकों और पायनियरों के साथ कार्य करना अच्छा है। प्रेरित पौलुस के सेवा साथियों में बरनबास, सीलास, तीमुथियुस, और यूहन्ना मरकुस सम्मिलित थे, और उन लोगों ने एकसाथ प्रचार करते समय अनेक आशिषों का आनन्द उठाया। वही बात आज भी सच हो सकती है। क्या आपने किसी ऐसे व्यक्ति के साथ कार्य किया है जो सच्चाई में काफ़ी समय से है? गवाही देने में उसकी कुशलता को देखने के बाद, संभवतः आपने कुछ अच्छे विचार सीखे हैं जिन्होंने उन्नति करने में आपकी सहायता की है। क्या आप अपेक्षाकृत नए प्रकाशकों के साथ प्रचार में गए हैं? तब आपने जो सीखा है उसमें से कुछ बाँटने में आप शायद समर्थ हुए होंगे और इस प्रकार उन्हें अपनी सेवकाई में ज़्यादा प्रभावकारी बनने और ज़्यादा हर्ष पाने में मदद की होगी।
४ क्या अभी आप एक बाइबल अध्ययन संचालित करते हैं? यदि हाँ, तो क्यों न किसी प्राचीन या सर्किट ओवरसियर को अपने साथ आने के लिए आमंत्रित करें? ओवरसियरों के साथ परिचित होना हमारे बाइबल विद्यार्थियों के लिए लाभदायक है। यदि आप एक प्राचीन की उपस्थिति में अध्ययन संचालित करने से हिचकिचाते हैं, तो शायद प्राचीन उसे संचालित करने के लिए राज़ी हो और आपको देखने दे। बाद में, उससे बिना संकोच के सुझाव माँगिए कि आप किस प्रकार विद्यार्थी को ज़्यादा तेज़ी से प्रगति करने के लिए मदद कर सकते हैं।
५ जब आप दूसरों के साथ कार्य करते हैं तब एक प्रोत्साहक साथी बनिए। क्षेत्र के बारे में अपनी टिप्पणियों में सकारात्मक रहिए। दूसरों के बारे में गपशप या कलीसिया के प्रबन्धों के बारे में कभी शिकायत मत कीजिए। सेवकाई और यहोवा की आशिषों पर अपना मन केंद्रित रखिए। यदि आप ऐसा करते हैं, तो आप और आपके साथी दोनों आध्यात्मिक रूप से ताज़गी पाकर घर लौटेंगे।
६ आपकी परिस्थितियाँ शायद आपका दूसरे भाइयों और बहनों के साथ नियमित रूप से कार्य करना कठिन बना सकती हैं। लेकिन, यदि संभव हो, तो क्यों न किसी अन्य प्रकाशक के साथ कार्य करने के लिए कुछ समय रखने का प्रबन्ध करें? आप दोनों को आशिष प्राप्त होगी!—रोमि. १:११, १२.