स्मारक के लिए तैयारी कीजिए
क्या सभी को, जिसमें वक्ता भी शामिल है, समारोह के ठीक समय और जगह के बारे में बता दिया गया है? क्या वक्ता अवगत है कि यह कार्यक्रम ४५ मिनट से अधिक नहीं होना चाहिए?
क्या प्रतीकों को लाने के लिए किसी को नियुक्त किया गया है? (फरवरी १, १९९१ के प्रहरीदुर्ग के पृष्ठ २६-२८ देखिए।) क्या एक साफ़ मेज़पोश के साथ एक मेज़ लगाने की, साथ ही पर्याप्त संख्या में ग्लास और प्लेटों की व्यवस्था की गयी है?
क्या राज्यगृह को पहले और बाद में साफ़ करने के लिए योजनाएँ बनाई गई हैं? क्या परिचारकों और परोसनेवालों को नियुक्त किया गया है? क्या उनके साथ उनकी ज़िम्मेदारियों की ध्यानपूर्वक और क्रमानुसार चर्चा करने के लिए सभा आयोजित की गयी है? यह निश्चित करने के लिए कौन-सा तरीक़ा अपनाया जाएगा कि सभी को परोसा गया है?
क्या वृद्ध और अशक्त भाइयों और बहनों को उपस्थित होने में मदद करने के लिए प्रबंध किए गए हैं? अगर अभिषिक्त में से कोई व्यक्ति शायद बाहर नहीं निकल सकता हो और उपस्थित होने में असमर्थ हो, क्या उसको परोसे जाने के लिए तैयारियाँ की गयी हैं?