“दिन भर” यहोवा को धन्य कहा कीजिए
भजन १४५:२ (NW) में एक प्रतिज्ञा है जो राजा दाऊद ने यहोवा से की: “दिन भर मैं तुझे धन्य कहा करूँगा, और मैं तेरे नाम की स्तुति अनिश्चित काल, अनन्तकाल तक भी किया करूँगा।” हमारे पास भी अपने स्वर्गीय पिता को धन्य कहने और उसकी स्तुति करने का कारण है! लेकिन हम “दिन भर” यहोवा की सर्वसत्ता को ऊँचा उठाने के दाऊद के उदाहरण का अनुकरण कैसे कर सकते हैं?
२ अपने हृदय को यहोवा के लिए क़दरदानी से भरना: परमेश्वर के वचन का नियमित अध्ययन, यहोवा ने हमारे लिए जो किया है, जो कर रहा है, और जो आगे करेगा उसके लिए हमारी कृतज्ञता को और बढ़ाता है। जैसे-जैसे उसके अद्भुत कार्यों के लिए हमारी क़दरदानी बढ़ती है, हम अपने आप को उत्सुकता से उसकी भलाई की चर्चा करते हुए पाएँगे। (भज. १४५:७) हम हर उपयुक्त अवसर पर उत्सुकता से यहोवा की स्तुति करेंगे।
३ हर दिन की बातचीत में यहोवा की स्तुति कीजिए: पड़ोसी, सहपाठी, संगी कार्यकर्त्ता और अन्य व्यक्ति जिनसे हम हर दिन मिलते हैं, उनसे बातचीत करते वक़्त हमें शायद अपनी आशा को उनके साथ बाँटने के अवसर मिलें। एक पड़ोसी शायद समुदाय में अपराध के बारे में चिन्ता व्यक्त करे; एक सहपाठी शायद नशीले पदार्थों के दुरुपयोग या अनैतिकता के बारे में चिन्तित हो; एक संगी कार्यकर्त्ता शायद किसी राजनैतिक मामले पर अपनी राय बताए। हम परमेश्वर के वचन में उन सिद्धान्तों और प्रतिज्ञाओं की ओर इशारा कर सकते हैं जो वर्तमान में अपनाया जानेवाला उचित मार्ग और इन समस्याओं का अन्तिम इलाज दिखाते हैं। “यथा समय” कहे गए ऐसे शब्द एक आशिष हो सकते हैं!—नीति. १५:२३, NHT.
४ यहोवा के बारे में पूर्ण-समय बोलिए: यहोवा के लिए गहरी क़दरदानी रखनेवाला व्यक्ति जितने ज़्यादा व्यक्तियों के साथ हो सके सुसमाचार बाँटना चाहता है। (भज. ४०:८-१०) इस सम्बन्ध में हमें अपने आप से पूछना चाहिए, ‘मेरी परिस्थितियाँ जितना करने की अनुमति देंगी क्या मैं उतना कर रहा हूँ?’ अनेकों ने पाया है कि कुछ तर्कसंगत समायोजन करने से, वे नियमित पायनियर बनने में समर्थ हुए हैं। अगर वर्तमान परिस्थितियाँ इसकी अनुमति नहीं देतीं, तो क्या हम सहयोगी पायनियरों के तौर पर नाम लिखवा सकते हैं?
५ यहोवा को धन्य कहने में हमारा साथ देने के लिए नए व्यक्तियों की मदद कीजिए: यीशु की मृत्यु का स्मारक समारोह हमें हमेशा यहोवा के प्रति आभारी होने और उसके नाम की स्तुति करने के कारणों की याद दिलाता है। यह हमारे बाइबल विद्यार्थियों को यहोवा के राजत्व के बारे में सार्वजनिक रूप से बोलने में हमारा साथ देने के लिए प्रोत्साहित करने का विशेषकर एक अच्छा समय है। उनसे आग्रह कीजिए कि ज्ञान जो अनन्त जीवन की ओर ले जाता है पुस्तक के पृष्ठ १७३-५ पर अनुच्छेद ७-९ में जो दिया है उस पर प्रार्थनापूर्वक मनन करें। अगर वे योग्य हैं, तो सिर्फ़ इसलिए कि उनके पास अनुभव की कमी है उनके रुके रहने का कोई कारण नहीं है। योग्य प्रकाशक उन्हें यह दिखाने के लिए उपलब्ध हैं कि राज्य-प्रचार कार्य कैसे किया जाता है। अगर नए व्यक्ति सुसमाचार बताने के लिए साहस जुटा सकते हैं, तो वे विश्वस्त हो सकते हैं कि यहोवा उनकी मदद करेगा।—प्रेरि. ४:३१; १ थिस्स. २:२.
६ हम अपने लिए साथ ही अन्य लोगों के लिए अनन्त काल की आशिषें लाते हैं जब हम दिन भर यहोवा को धन्य कहने की खोज में रहते हैं।