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  • “ठीक समय पर मदद”
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हमारी राज-सेवा—1997
km 2/97 पेज 6

“ठीक समय पर मदद”

१ जब हमें ज़रूरत होती है, ठीक उसी समय मदद मिलना कितना ताज़गीदायक होता है! (इब्रा. ४:१६) “ईश्‍वरीय शान्ति के सन्देशवाहक” ज़िला अधिवेशन में, हम आनन्दित हुए जब हमें एकदम ठीक समय पर मदद के दो ख़ास प्रबंध दिए गए।

२ नयी पुस्तक, पारिवारिक सुख का रहस्य, एक उपयुक्‍त समय पर आयी। यह चार मूल-बातों पर ज़ोर देती है जो सुखी पारिवारिक जीवन को बढ़ावा देती हैं: (१) आत्म-संयम, (२) मुखियापन का स्वीकरण, (३) अच्छा संचार, और (४) प्रेम। पारिवारिक सुख पुस्तक में प्रस्तुत सलाह ऐसे सभी परिवारों की मदद करेगी जो ईश्‍वरीय शान्ति पाने के लिए उस पर अमल करते हैं। इस नयी पुस्तक को ध्यान से पढ़ने और एक परिवार के रूप में एकसाथ इसका अध्ययन करने के लिए समय अलग रखिए। इसकी विशेषताओं से अच्छी तरह परिचित हो जाइए ताकि जब यह पहली बार, मार्च में जनता को प्रस्तुत की जाती है तब आप इसे प्रभावकारी रूप से प्रयोग करने के लिए तैयार हों।

३ नया ब्रोशर, परमेश्‍वर हमसे क्या माँग करता है? हमारे शिष्य-बनाने के काम को तेज़ करने में मदद देने के लिए ठीक समय पर आया है। जबकि शायद इसे ख़ासकर उन लोगों की मदद करने के लिए प्रयोग किया जाए जो ठीक से पढ़ नहीं सकते, अनेक पढ़े-लिखे वयस्क और युवा बच्चे भी मूल बाइबल शिक्षाओं की इसकी सरल व्याख्या से लाभ उठाएँगे। यह शायद ठीक वही साबित हो जिसकी ज्ञान पुस्तक से अध्ययन शुरू करने के लिए सोपान के रूप में आवश्‍यकता है। यह प्रबंध निश्‍चित ही और अनेक को यह समझने में मदद देगा कि परमेश्‍वर की माँगों को पूरा करने के द्वारा वे कैसे भरपूर आशीष पा सकते हैं।

४ दाऊद ने हमारी भावनाओं को एकदम सही रीति से व्यक्‍त किया जब उसने घोषित किया कि ‘उसे कुछ घटी न थी, उसके जी में जी लाया गया, और उसका कटोरा उमण्ड रहा था!’ (भज. २३:१, ३, ५) हम इस शानदार आध्यात्मिक मदद को अनेक दूसरे लोगों तक पहुँचाने के लिए आनन्दपूर्वक प्रत्याशा करते हैं जो निष्कपटता से सच्चे परमेश्‍वर, यहोवा को जानने और उसकी सेवा करने की अभिलाषा रखते हैं।

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