कलीसिया की सभाओं में—पूरी तरह हिस्सा लेने के लिए परिवार के सदस्य कैसे सहयोग देते हैं
सभाओं में एकसाथ इकट्ठा होने की आज्ञा को मसीही परिवारों को ज़रूर मानना चाहिए। (इब्रा. १०:२४, २५) आपस में एकदूसरे की मदद करने से परिवार के सभी सदस्य सभाओं की अच्छी तैयारी कर सकेंगे, उनमें हाज़िर हो सकेंगे और उनमें हिस्सा ले सकेंगे। बेशक हर परिवार के हालात अलग-अलग होते हैं, फिर भी अच्छी तरह इंतज़ाम करने से मसीही पति-पत्नी, या फिर अकेले माता या पिता परिवार में एकसाथ मिलकर आध्यात्मिक काम करना आसान बना सकत है। चाहे उनके किसी भी उम्र के कितने भी बच्चे क्यों न हों।—नीति. १:८.
२ तैयारी करने के लिए वक्त निकालिए: परिवार के सभी सदस्य आपस में एक दूसरे की मदद करते हैं ताकि सभाओं के लिए सभी अच्छी तैयारी कर पाएँ। बहुत-से परिवार साथ मिलकर हर हफ्ते प्रहरीदुर्ग के अध्ययन लेखों की तैयारी करते हैं। और कुछ परिवार साथ मिलकर बुक स्टडी की तैयारी करते हैं या फिर उस हफ्ते दिए गए बाइबल के अध्यायों को पढ़ते हैं। इन सब का मकसद यही होता है कि सभाओं में हाज़िर होने से पहले खास-खास बातें समझ ली जाएँ। अगर परिवार ऐसा करेंगे तो सभाओं में जो सुना जाता है उससे सभी को फायदा होगा और मौका मिलने पर हर सदस्य हिस्सा लेने के लिए तैयार रहेगा।—१ तीमु. ४:१५.
३ हिस्सा लेने की तैयारी कीजिए: परिवार में हर सदस्य की यह इच्छा होनी चाहिए कि सभाओं में जवाब देकर वह सबके सामने अपनी आशा का अंगीकार करे। (इब्रा. १०:२३) क्या ऐसा करने के लिए परिवार के किसी सदस्य की मदद करने या उसकी हिम्मत बढ़ाने की ज़रूरत है? ईश्वरशासित सेवकाई स्कूल में मिले भाग की तैयारी करने के लिए हरेक को किस तरह की मदद की ज़रूरत है? पत्नी को बहुत खुशी मिलती है जब उसका पति भी स्कूल असाइनमेंट की तैयारी करने में अपनी पत्नि की मदद करता है। पति शायद कोई अच्छा उदाहरण बता सकता है या किसी असरदार सैटिंग का सुझाव दे सकता है। माता-पिताओं को अपने बच्चों के लिए उनके असाइनमेंट तैयार करने की ज़रूरत नहीं है। अगर वे ऐसा करते हैं तो बच्चे शायद खुद कभी आगे न बढ़ पाएँ। मगर, माता-पिता ज़रूर बच्चों की मदद कर सकते हैं। जब बच्चे तैयारी करते हैं तब वे सुनकर सुझाव दे सकते हैं।—इफि. ६:४.
४ हाज़िर होने के लिए अच्छा इंतज़ाम कीजिए: बच्चों को बचपन से ही सभाओं के लिए तैयार होना सिखाया जा सकता है और सही वक्त पर घर से निकलने की आदत भी डाली जा सकती है। सभी को घर के काम-काज में हाथ बटाँना चाहिए ताकि पूरा परिवार वक्त पर सभा में पहुँचे।—पारिवारिक सुख किताब के पेज ११२ पर और युवाओं के प्रश्न पेज ३१६-१७ पर दिए सुझावों को देखिए।
५ माता-पिता और बच्चे दोनों ही—पुराने ज़माने के यहोशु के शब्दों पर मनन कर सकते हैं, जिसने कहा: “मैं तो अपने घराने समेत यहोवा ही की सेवा नित करूंगा।” इसलिए यह संकल्प कीजिए कि आपका परिवार आपस में एकदूसरे की मदद करेगा ताकि सभी सदस्य सभाओं में पूरा-पूरा हिस्सा ले सकें।—यहो. २४:१५.