हम सारी दुनिया को यहोवा का नाम बताएँगे
यीशु ने अपने चेलों को आज्ञा दी कि वे “पृथ्वी की छोर तक” जाकर गवाही दें। (प्रेरि. 1:8) चेले जाकर गवाही दे सकें इसके लिए यीशु ने अपनी एक अच्छी मिसाल रखी। यीशु जब कभी, जहाँ कहीं लोगों से मिलता तो उन्हें इंसान के बारे में परमेश्वर का मकसद बताता। यीशु के नक्शे-कदम पर चलते हुए विश्वासयोग्य दास भी आज यहोवा का नाम “सारी” दुनिया को बताने के लिए तरह-तरह के बेहतरीन तरीके इस्तेमाल कर रहा है।—यशा. 12:4, 5.
2 पहले क्या किया गया: सालों पहले सुसमाचार का ऐलान करने के लिए अलग-अलग तरीके इस्तेमाल किए जाते थे। अखबारों में हमारा संदेश छापा जाता था, लाखों लोगों को “फोटो-ड्रामा ऑफ क्रिएशन” दिखाया गया था और गाड़ियों में लाउडस्पीकर लगाकर सुसमाचार सुनाया जाता था। इसके अलावा, काफी समय तक ग्रामोफोन का भी इस्तेमाल होता रहा, फिर कुछ समय के लिए रेडियो का भी इस्तेमाल किया गया। लेकिन इन सब तरीकों के साथ-साथ लोगों से रू-बरू बात करने का तरीका हमेशा इस्तेमाल किया गया ताकि दिलचस्पी दिखानेवालों से दोबारा मिला जा सके। और देखा गया है कि घर-घर जाकर राज्य संदेश सुनाने का तरीका ही सबसे असरदार है क्योंकि इससे यहोवा का नाम दुनिया में सबको अच्छी तरह बताया जा सकता है।—प्रेरि. 5:42.
3 आज क्या किया जा रहा है: आज की बदलती दुनिया में किसी के पास वक्त ही नहीं है। बहुत से इलाके तो ऐसे हैं जहाँ घर पर लोग ही नहीं मिलते। दुनिया में बहुत कम ऐसे लोग हैं जो अपना समय परमेश्वर के बारे में पढ़ने, और उस पर सोचने में लगाना चाहते हैं। इसलिए हमें प्रचार करने के तरीकों को आज के हालात के मुताबिक ढालने की ज़रूरत है। हमें बताया गया था कि एक के बाद एक इलाके में घर-घर जाकर राज्य संदेश सुनाने के अलावा, हमें ऐसी जगहों में भी जाना चाहिए जहाँ लोग मिलते हैं। और अपनी आशा के बारे में गवाही देने के लिए “हमेशा तैयार” रहना चाहिए। (1 पत. 3:15) इसका मतलब है कि हम राज्य संदेश सभी को सुनाएँ, चाहे वे हमारे साथ काम करनेवाले हों या पढ़नेवाले, चाहे लोग हमें रास्ते में मिलें या पार्कों में, चाहे वे पार्किंग की जगह हों या दुकानों पर, निचोड़ यही है कि जहाँ कहीं भी लोग दिखें हम उन्हें राज्य संदेश सुनाएँ। यहोवा की मदद से हमारी मेहनत रंग लाती है। क्या आप भी ऐसी जगहों में जाकर गवाही देते हैं जहाँ लोग मिलते हैं?
4 अपने इलाके के लोगों को यहोवा का नाम बताने में आइए हम सब जी-जान से कोशिश करें। अपनी सेवकाई को पूरा करें और यहोवा पर भरोसा रखें कि वह नेक दिल इंसानों को उसकी ओर लाने में हमारी कोशिशों पर बरकत देगा। वाकई उस वक्त हमारी खुशी का कोई ठिकाना नहीं होगा।—यूह. 6:44.